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करोड़ों का बजट फिर भी बारिश के पानी की निकासी नहीं

राजपुरा में सबसे बड़ी समस्या बारिश के मौसम में पानी की निकासी न होना है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 19 Jan 2022 07:17 AM (IST)Updated: Wed, 19 Jan 2022 07:17 AM (IST)
करोड़ों का बजट फिर भी बारिश के पानी की निकासी नहीं
करोड़ों का बजट फिर भी बारिश के पानी की निकासी नहीं

प्रिस तनेजा, राजपुरा (पटियाला)

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राजपुरा में सबसे बड़ी समस्या बारिश के मौसम में पानी की निकासी न होना है। विधानसभा चुनाव में इस मुद्दे को पिछले 15 साल से उठाया जा रहा है, लेकिन किसी ने भी इस समस्या का हल नहीं किया। इलाके के लाखों लोग व दुकानदारों को बारिश के दिनों में पानी की निकासी न होने पर भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

इतना ही नहीं नगर कौंसिल को ए क्लास श्रेणी में रखा गया है, क्योंकि पंजाब के बड़े-बड़े शहरों में इसकी गणना होती है। नगर कौंसिल का सालाना बजट 60 करोड़ रुपये से भी ज्यादा है। इसी बजट के तहत विकास के कार्य किए जाते हैं, लेकिन राजपुरा के लोगों का दुर्भाग्य यह है कि इतना बजट होने के बाद भी आज लोगों को बरसाती पानी की निकासी न होने से परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। जिसका मुख्य कारण शहर में करोड़ों रुपये की लागत से बनाई गई रोड व गलियां हैं, जो सफाई न होने से बंद हो चुकी हैं। इसके अलावा पटियाला रोड पर पानी की निकासी के लिए बनाया गया नाला, जो गंदगी व घास फूस से पिछले कई दशकों से बंद पड़ा है, इसकी सफाई न होने से पानी ओवरफ्लो होकर बाजारों की सड़कों पर बहता रहता है। लोगों की शिकायत होने के बाद नगर कौंसिल हर वर्ष बरसात में थोड़ी बहुत सफाई करवाती है। उसके बाद फिर वही हाल हो जाता है। जिक्रयोग्य है कि उक्त नाले को बंद करके अंडर ग्राउंड पाइप लाइन बिछाने का प्रोपोजल भी करीब 15 वर्ष पहले अकाली-भाजपा सरकार के दौरान पास किया गया था। जिसका सत्ताधारी दल व विपक्षी पार्टियों के नेता स्टेजों पर इसकी हर वक्त घोषणा भी करते रहे हैं और चुनाव जीतने के बाद अंडरग्राउंड पाइपलाइन डलवाने की बात कहते रहे हैं। नगर कौंसिल के सुस्त रवैये के चलते लोग परेशानी झेलने को मजबूर होते रहे हैं। क्या कहते हैं दुकानदार

श्री गणेश बूथ मार्केट के प्रधान रमेश बबला का कहना है कि बाजारों में बारिश के पानी की निकासी न होने से दुकानदार परेशान हैं। वहीं बारिश के पानी की निकासी न होने से ग्राहक बाजारों में कम आते हैं। जिसका खमियाजा भी उन्हें भुगतना पड़ता है। साइकिल स्टैंड के मालिक नरेश धीमान का कहना है कि बारिश के दिनों में सड़कों पर पानी जमा हो जाने से लोगों के सीवरेज भी ब्लाक हो जाते हैं, जिससे उसका गंदा पानी भी सड़कों पर आ जाने से सारा दिन बदबू का आलम रहता है। जौली ग्राफिक्स के नरेश जौली का कहना है कि नगर कौंसिल आम लोगों से भारी भरकम टैक्स वसूल करती है लेकिन लोगों की परेशानी को दूर करने के लिए वह पीछे हट जाती है। शांति मार्केट के प्रधान राकेश लवली का कहना है कि बारिश में राजपुरा के कई बाजार झील में तबदील हो जाते हैं। जिससे पंजाब के मुख्य द्वार राजपुरा के विकास के कार्य करवाने पर प्रशनचिन्ह लग जाता है। इलाके में अंडर ग्राउंड पाइप डलवाई जाए।

सारे शहर की अंडरग्राउंड पाइपलाइन के लिए करीब दस करोड़ रुपये का खर्च होना है। इसके लिए मैंने विधायक हरदियाल कंबोज से बात की हुई है। फिलहाल हाउस में प्रस्ताव पास करके जल्द ही रोड गलियों व नाले की सफाई करवाकर पानी की निकासी को सुनिश्चित किया जा रहा है।

- नरिंदर शास्त्री, प्रधान नगर कौंसिल शहर में अंडरग्राउंड पाइप डलवाने का कार्य भोगला रोड से शुरू करवा दिया गया है, पटियाला रोड पर पाइपलाइन डलवाने का प्रस्ताव पास कर दिया गया है। चुनाव खत्म होते ही सबसे पहले अंडरग्राउंड पाइपलाइन डलवाने का कार्य पूरा होगा।

हरदियाल कंबोज, विधायक


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