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पीयू के वित्तीय संकट को लेकर पुटा व ए क्लास एसो. सरकार से मिलने की तैयारी में

पंजाबी यूनिवर्सिटी स्टाफ को समय पर सैलरी न मिलने पर मुलाजिमों में रोष जताया जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 19 Oct 2020 12:10 AM (IST)Updated: Mon, 19 Oct 2020 12:10 AM (IST)
पीयू के वित्तीय संकट को लेकर पुटा व ए क्लास एसो. सरकार से मिलने की तैयारी में
पीयू के वित्तीय संकट को लेकर पुटा व ए क्लास एसो. सरकार से मिलने की तैयारी में

जासं, पटियाला : पंजाबी यूनिवर्सिटी स्टाफ को समय पर सैलरी न मिलने पर मुलाजिमों में रोष जताया जा रहा है। हालांकि दूसरी ओर ज्वाइंट एक्शन कमेटी पिछले लंबे समय से वीसी दफ्तर के आगे धरने पर बैठकर समय पर सैलरी जारी करने की मांग कर रही है। पर यूनिवर्सिटी का वित्तीय संकट इतना ज्यादा गंभीर होता जा रहा है कि यूनिवर्सिटी के पास स्टाफ को सैलरी जारी करने के लिए पैसा तक नहीं है। जिसके चलते यह मुद्दा गंभीर होता जा रहा है। इस मुद्दे पर अब यूनिवर्सिटी की मुलाजिम यूनियन एकत्रित होंगी।

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ए क्लास अफसर नान टीचिग एसोसिएशन के नवनियुक्त प्रधान गुरिदरपाल सिंह बब्बी ने कहा कि यूनिवर्सिटी अधिकारियों की लापरवाही के चलते वित्तीय संकट गंभीर होता जा रहा है। जिसका असर यूनिवर्सिटी स्टाफ पर पड़ रहा है। मुलाजिमों को समय पर सैलरी नहीं मिल रही। बब्बी ने कहा कि वह मुद्दे संबंधी पुटा एसोसिएशन के नवनियुक्त प्रधान डा.निशान सिंह से बात करेंगे। ताकि यूनिवर्सिटी की सभी मुलाजिम जत्थेबंदियों को एकत्रित कर सरकार राब्ता कायम किया जा सके। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से विशेष ग्रांट जारी होने के बाद ही यूनिवर्सिटी का वित्तीय संकट दूर हो सकेगा।

एसोसिएशन सदस्यों से मीटिग कर इस मुद्दे पर की जाएगी चर्चा

पुटा एसोसिएशन के प्रधान डा.निशान सिंह दयोल ने कहा कि वित्तीय संकट में चल रही यूनिवर्सिटी को बचाना बेहद जरूरी है। इस मुद्दे को लेकर एसोसिएशन सदस्यों से मीटिग की जाएगी। मीटिग में वित्तीय संकट को कैसे हल किया जा सकता है, पर चर्चा होगा। उन्होने कहा कि एसोसिएशन का एक वफद राज्य सरकार से संपर्क कर यूनिवर्सिटी को विशेष ग्रांट जारी करने की मांग करेगा। डा.निशान ने कहा कि इस मुद्दे पर यूनिवर्सिटी की दूसरी एसोसिएशन को भी साथ लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी करीब 140 करोड़़ बैंक की कर्जदार बनी हुई है। अगर अगले समय में भी वित्तीय संकट ऐसे ही बढ़ता गया तो यूनिवर्सिटी की हालत ओर खराब हो जाएगी।


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