सबको सैलरी मिलने के बाद खुद सैलरी लूंगा : प्रो.अरविद
रजिस्ट्रार को कह दिया है कि सैलरी लिस्ट में मेरा नाम सबसे नीचे होना चाहिए।
जागरण संवाददाता, पटियाला : रजिस्ट्रार को कह दिया है कि सैलरी लिस्ट में मेरा नाम सबसे नीचे होना चाहिए। अगर एक भी मुलाजिम को सैलरी नहीं मिलती तो मैं खुद भी सैलरी नहीं लूंगा। जब तक मैं यूनिवर्सिटी में वीसी रहूंगा, तब तक मैं सभी मुलाजिमों के बाद ही सैलरी लूंगा। मुलाजिम जत्थेबंदियों से मीटिग हुई और उनसे काफी अच्छा रिसपांस मिला। अपने हकों के लिए धरना देना सही है, पर अपने काम के बाद। मुलाजिमों की जो डिमांड सही होगी, उसे पूरा किया जाएगा।
ये बातें पंजाबी यूनिवर्सिटी के नवनियुक्त वाइस चांसलर प्रो. अरविद ने सोमवार को वीसी पद संभालने के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहीं। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी के वित्तीय संकट को खत्म करने के लिए पूरी फैकल्टी, जिसमें यूनिवर्सिटी प्रशासन, मुलाजिम व स्टूडेंट्स शामिल हैं को मिलकर कदम उठाना होगा। वित्तीय संकट पर प्रो. अरविद ने कहा कि वह खुद मुख्यमंत्री से मिलकर यूनिवर्सिटी के वित्तीय संकट संबंधी चर्चा करके मदद के लिए कहेंगे। उम्मीद है कि सरकार यूनिवर्सिटी को ग्रांट जरूरी देगी। कोर्स बंद करने से पहले उनका रिव्यू होगा
वीसी ने कहा कि वह खुद कोर्सों का रिव्यू करके देखेंगे कि कौन से कोर्स बंद करने हैं या फिर चलाने हैं। उम्मीद है कि सभी कोर्सों को चालू रखा जाए। इसके अलावा नए कोर्स भी शुरू करूंगा। जिससे यूनिवर्सिटी में विद्यार्थियों की एडमिशन व आमदन में बढ़ोतरी होगी। यूनिवर्सिटी में नई तर्ज के प्रोग्राम शुरू किए जाएंगे जिसका असर नई एजुकेशन पर पड़ेगा। एक जैसे कोर्स जो अलग-अलग जगह चल रहे हैं, उसे एक जगह मर्ज किया जाएगा। प्रो. अरविद ने कहा कि पूर्व वीसी डा. बीएस घुम्मण ने वीसी पद से इस्तीफा क्यों दिया, उसके बारे में वह नहीं जानते। उन्होंने कहा कि मैंने विभिन्न यूनिवर्सिटिज में काम करके तजुर्बा हासिल किया है और उसी तजुर्बे से यूनिवर्सिटी को आगे लेकर जाने की कोशिश करूंगा। पंजाबी भाषा को प्रफुल्लित करने के लिए प्रोग्राम शुरू करने की तैयारी
वीसी ने कहा कि पीयू पंजाबी भाषा को प्रफुल्लित करने के लिए स्थापित की गई है। पंजाबी भाषा को प्रफुल्लित करने के लिए 'आर्टिफिशल इंटेलिजेंस मशीन लर्निंग एंड डाटा साइंसिज इन द सर्विस आफ पंजाब एंड पंजाबी' प्रोग्राम शुरू करने की तैयारी की जा रही है। इससे यूनिवर्सिटी के सोर्सिज में बढ़ोतरी होगी। इस प्रोग्राम को शुरू करने के लिए नेशनल व इंटरनेशनल स्तर पर पार्टनर की तलाश कर रहे हैं। वीसी की डाक्टरों को सलाह, पर्ची पर पंजाबी में दवा लिखें
वीसी ने डाक्टरों को सलाह दी कि वे मरीज की पर्ची पर पंजाबी में दवा का नाम लिखें ताकि मरीज को भी पता चले कि डाक्टर ने उसके लिए कौन सी दवा लिखी है और उसे कौन सी बीमारी है। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी के विभिन्न विद्वानों के सहयोग से पंजाबी भाषा को प्रफुल्लित करने का काम किया जाएगा। कैंपस में स्थित हेल्थ सेंटर की एसएमओ से बात हो चुकी है जल्द विद्यार्थियों को कोविड वैक्सीन लगाने का काम शुरू किया जाएगा। वैक्सीन प्रक्रिया पूरी होने के बाद सरकार से बात करके इजाजत मिलने के बाद यूनिवर्सिटी को खोलने का प्रयास भी किया जाएगा।