वृद्ध आश्रम की मदद करने वाली संस्थाएं घटी, प्रबंधक परेशान
पटियाला शाही शहर में बुजुर्गों के लिए सरकारी तौर पर वृद्ध आश्रम नहीं है।
जागरण संवाददाता, पटियाला :
शाही शहर में बुजुर्गों के लिए सरकारी तौर पर वृद्ध आश्रम नहीं है। प्राइवेट संस्थाओं ने ही शहर के विभिन्न इलाकों में तीन वृद्ध आश्रम चलाए हैं। हालांकि इन आश्रमों को चलाने वाली संस्थाओं को सरकार की ओर से कुछ फंड मुहैया करवाए जाते हैं पर कोरोना संकट के दौरान यह संस्थाएं परेशान हैं। जिसका कारण यह है कि जो समाजसेवी संस्थाए आश्रम की सहायता या फिर मदद करती थीं, अब नहीं कर रहीं। आश्रमों का खर्च पिछले समय की तरह ही हो रहा है, जिसके चलते मौजूदा समय को लेकर संस्थाएं परेशान चल रही हैं।
वहीं, राजपुरा रोड पर गांव चौरा में एक वृद्ध आश्रम स्थित है। एक वृद्ध आश्रम सूलर और एक गांव रौंगला में चल रहा है। कोरोना संकट में इन आश्रम को चलाने वाली संस्थाएं परेशान हैं। पिछले समय में मदद करने वाली समाजसेवी संस्थाओं की संख्या अब कम हो चुकी है, जिसके चलते संस्थाओं को अपने स्तर पर आश्रमों को चलाना पड़ रहा है। आश्रमों के प्रबंधकों का कहना है कि जो समाजसेवी संस्थाएं उनकी सहायता करती थीं, उनका फंड प्रधान मंत्री रिलीफ फंड में चला गया। इसके चलते अब आश्रम चलाने वाली संस्थाएं सरकार से मांग कर रही हैं कि उन्हें आश्रम चलाने के लिए सहायता मुहैया करवाई जाए।
अब वृद्धों का खर्च पूरा करना हुआ मुश्किल
कोरोना संकट के दौरान आश्रम चलाना बहुत मुश्किल हो चुका है। पहले बुजुर्गों को उनके ही गांव में फ्री हेल्थ सेवाएं प्रदान करने की मुहिम शुरू की गई थी। पर कोरोना संकट के चलते यह सेवा बंद कर दी गई। आश्रम चलाने का खर्च पिछले समय की तरह ही हो रहा है, पर सहायता बहुत कम हो चुकी है। वैसे तो समय-समय पर सरकार की ओर से सहायता प्राप्त होती रहती है, पर कोरोना संकट के दौरान सरकार को आश्रम की अलग से सहायता करनी चाहिए, क्योंकि मौजूदा समय में आश्रम चलाना बहुत मुश्किल हो चुका है।
--लखविदर सरीन, प्रबंधक वृद्ध आश्रम, गांव रौंगला सहायता को हेल्पलाइन नंबर 0175-2358354 पर करें फोन
जिला समाज भलाई अफसर रविदर टिवाणा ने कहा कि अगर किसी बुजुर्ग को सहायता की जरूरत है, तो हेल्पलाइन नंबर 0175-2358354 पर फोन कर सकता है। जानकारी मिलने के बाद तुरंत संबंधित बुजुर्ग की सहायता की जाएगी। टिवाणा ने कहा कि वृद्ध आश्रम चलाने वाली संस्थाओं को सरकार समय-समय पर ग्रांट मुहैया करवाती रहती है। फिर भी अगर किसी कोई परेशानी आ रही है, विभाग से संपर्क कर सकता है।