पीयू खुली, हास्टल को लेकर यूनिवर्सिटी प्रशासन दुविधा में
पंजाबी यूनिवर्सिटी प्रशासन ने सोमवार से विद्यार्थियों के लिए यूनिवर्सिटी को पूरी तरह से खोल दिया है।
जागरण संवाददाता, पटियाला : पंजाबी यूनिवर्सिटी प्रशासन ने सोमवार से विद्यार्थियों के लिए यूनिवर्सिटी को पूरी तरह से खोल दिया है। पहले दिन काफी कम संख्या में विद्यार्थी पहुंचे। इसका एक कारण ये भी है कि इन दिनों आनलाइन परीक्षाएं चल रही हैं। यूनिवर्सिटी ने यूजीसी के निर्देश पर कोविड 19 नियमों का पालन करना है। ऐसे में यूनिवर्सिटी के लिए सबसे बड़ी समस्या यूनिवर्सिटी का हास्टल है। यूनिवर्सिटी में तो कोविड 19 के नियमों का पालन हो सकता है लेकिन हास्टल में नियमों का पालन करने के लिए यूनिवर्सिटी को काफी मशक्कत करनी होगी।
यूनिवर्सिटी के हास्टल में 300 के करीब विद्यार्थी रहते हैं। एक रूम में तीन विद्यार्थी रह रहे हैं। अब कोविड 19 संबंधी यूजीसी के जारी निर्देश के तहत एक विद्यार्थी ही एक कमरे में रह सकता है। आज से पहले यूनिवर्सिटी प्रशासन ने फाइनल ईयर के स्टूडेंट्स को ही बुलाया था। अब सभी के लिए यूनिवर्सिटी खुल गई है। अब हास्टल में रहने वाले विद्यार्थी भी लौट आएंगे। ऐसे में किस-किस विद्यार्थी को कमरा मिलेगा, इसे लेकर यूनिवर्सिटी प्रशासन दुविधा में है। जानकारी के अनुसार यूनिवर्सिटी में नए बने हास्टल में प्रति विद्यार्थी से आठ सौ रुपये महीना किराया वसूला जाता है। इसी तरह पुराने हास्टल में 350 रुपये प्रति विद्यार्थी से किराया लिया जाता है। उधर, यूनिवर्सिटी के बाहर पीजी का किराया तीन से पांच हजार रुपये तक है। अगर नियम सख्ती से लागू होते हैं तो विद्यार्थियों को बाहर पीजी में रहने को मजबूर होना होगा। ऐसे में उन्हें अपनी जेब ढीली करनी पड़ सकती है। कोविड-19 संबंधी यूजीसी की ओर से जारी निर्देशों का पालन भी करना जरूरी है। निर्देशानुसार एक विद्यार्थी को एक कमरा देना है या फिर छह फीट की दूरी होना जरूरी है। इसलिए इस मामले को लेकर यूनिवर्सिटी के उच्चाधिकारियों से बात की जा रही है।
- परमजीत कौर गिल, एडिशनल डीन, स्टूडेंट्स वेलफेयर, पंजाबी यूनिवर्सिटी।