पीयू ने तीन नान टीचिग कर्मियों को निकाला, एसोसिएशन मुख्य गेट पर आज देगी धरना
पंजाबी यूनिवर्सिटी प्रशासन ने दो अलग-अलग सेंटरों में काम कर रहे तीन कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है।
जागरण संवाददाता, पटियाला : पंजाबी यूनिवर्सिटी प्रशासन ने दो अलग-अलग सेंटरों में काम कर रहे तीन कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। इनमें से दो कर्मचारी एडहाक पर देहरादून स्थित यूनिवर्सिटी के रिसर्च सेंटर और एक कर्मचारी पंजाबी यूनिवर्सिटी के रामपुरा फूल के इंजीनियर कालेज में वर्कचार्ज के तौर पर काम कर रहा था।
इससे पहले भी यूनिवर्सिटी प्रशासन मेडिकल लीव पर चल रहे आउटसोर्सिंग मुलाजिम को नौकरी से निकाल चुका है। यूनिवर्सिटी के इस फैसले के खिलाफ पंजाबी यूनिवर्सिटी नान टीचिग कर्मचारियों ने मंगलवार को रजिस्ट्रार दफ्तर से वीसी दफ्तर तक रोष मार्च निकाला और साथ ही चेतावनी दी कि अगर यूनिवर्सिटी ने अपना फैसला रद नहीं किया तो संघर्ष को और बड़ा रूप देंगे।
उधर, पंजाबी यूनिवर्सिटी नान टीचिग कर्मचारी एसोसिएशन व सहज ग्रुप बुधवार को पीयू का मुख्य गेट बंद करके धरना देगी। एसोसिएशन के प्रधान राजिदर राजू व सहज ग्रुप से पुशपिदर बराड़ ने कहा कि यूनिवर्सिटी की इस कार्रवाई को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस दौरान प्रधान राजिदर राजू ने इंटरनेट मीडिया पर एक वीडियो वायरल करके यूनिवर्सिटी के सभी मुलाजिमों को धरने में शामिल होने की अपील की। उन्होंने कहा कि अगर अब यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कोई मुलाजिम विरोधी फैसला लिया तो यूनिवर्सिटी अधिकारियों को मुलाजिमों के संघर्ष का सामना करना पड़ेगा। वित्तीय संकट की तलवार नान टीचिग मुलाजिमों पर गिरनी शुरू
पिछले लंबे समय से यूनिवर्सिटी में नान टीचिग मुलाजिमों की संख्या ज्यादा होने की चर्चाएं चल रही है। उच्चशिक्षा मंत्री तृप्त राजिदर सिंह बाजवा भी पिछले समय में कह चुके हैं कि नान टीचिग मुलाजिमों की संख्या ज्यादा होने से यूनिवर्सिटी वित्तीय संकट में चल रही है। यही कारण है कि वित्तीय संकट की तलवार नान टीचिग कर्मचारियों पर गिरनी शुरू हो चुकी है।