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LokSabha Election : पीआरटीसी के 4300 ड्राइवर-कंडक्टर इस बार भी नहीं डाल पाएंगे वोट

कंडक्टर व ड्राइवरों के लिए न तो पोस्टल बैलेट की सुविधा और न ही कोई विशेष रियायत दी गई। जिसके कारण वे वोट डालने से वंचित रह जाते हैं।

By Edited By: Published: Wed, 10 Apr 2019 04:42 PM (IST)Updated: Fri, 12 Apr 2019 01:54 PM (IST)
LokSabha Election : पीआरटीसी के 4300 ड्राइवर-कंडक्टर इस बार भी नहीं डाल पाएंगे वोट
LokSabha Election : पीआरटीसी के 4300 ड्राइवर-कंडक्टर इस बार भी नहीं डाल पाएंगे वोट

पटियाला, [दीपक मोदगिल]। लोकतंत्र में सभी को मतदान का अधिकार मिला है, लेकिन एक ऐसा वर्ग भी है जो सालों से इस लोकतांत्रिक अधिकार से वंचित रह जा रहा है। यह वर्ग है पंजाब के पीआरटीसी व रोडवेज के कंडक्टर व ड्राइवरों का, जो इस बार भी लोकतंत्र के इस महाकुंभ में हिस्सा नहीं ले पाएगा। कारण, वोटिंग के दिन न तो इस वर्ग को सरकार विभागों की तरह छुट्टी मिलती है और न ही विशेष रियायत। इनके लिए पोस्टल बैलेट जैसा कोई प्रावधान भी नहीं है। चुनाव के दिन उन्हें केवल एक टाइम यानि एक रूट मिस करने की छूट रहती है। बहरहाल, ज्यादातर कर्मचारियों का कहना है कि इससे केवल छोटे रूट पर जाने वाले कर्मचारी ही मतदान कर पाते हैं। लंबे रूट पर कंडक्टर व ड्राइवर वंचित रह जाते हैं। उन्होंने सरकार से इस संबंधी कोई ठोस नीति बनाने की मांग की थी, लेकिन उनकी आवाज दबी ही रह गई। बता दें राज्य में पीआरटीसी की 1070 बसों के करीब 4300 कंडक्टर व ड्राइवर कार्यरत हैं। इनमें से ज्यादातर कर्मचारी लंबे रूट की बसों पर तैनात रहते हैं जो देर शाम या अगले दिन घर लौटते हैं।

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घर दूर होने के चलते टाइम मिस करके भी मतदान करने में असमर्थ

टाइम मिस करके मतदान नहीं करने जाने वाले कंडक्टरों ने नाम प्रकाशित न किए जाने की शर्त पर बताया कि उनका घर बस स्टॉप से 20 किलोमीटर से ज्यादा दूर है। ऐसे में अपने गाव जाकर वोट डालकर वापस आना संभव नहीं। वो टाइम मिस करके वोट डालने की बजाय बस लेकर अपने रूट पर ही चले जाते हैं, ताकि बस मिस होने की वजह से किसी मुसाफिर को परेशानी न हो। पोस्टल बैलेट पेपर नियम लागू हो : निर्मल सिंह धालीवाल पीआरटीसी मुलाजिमों व पेशनरों की जत्थेबंदी पंजाब ऐटक के महासचिव निर्मल सिंह धालीवाल ने सरकार से पोस्टल बैलेट पेपर का नियम लागू करने की माग की है। कहा कि जब देश के हर नागरिक को मतदान का अधिकार है तो पीआरटीसी कर्मचारियों को इससे क्यों वंचित रखा जा रहा है। मजबूत लोकतंत्र के लिए एक-एक वोट बहुमूल्य है। ऐसे में पीआरटीसी कर्मचारियों को इससे वंचित नहीं करना चाहिए।

पनबस, पंजाब रोडवेज व किलोमीटर स्कीम के 5600 मुलाजिमों को भी छूट नहीं

पीआरटीसी के जहा 4300 के करीब मुलाजिम ड्यूटी पर होने के कारण वोट के अधिकार से वंचित रह जाते हैं, वहीं पनबस, पंजाब रोडवेज व किलोमीटर स्कीम की 1864 बसों से जुड़े 5600 कंडक्टर व ड्राइवर भी वोट नहीं डाल पाते। इस बारे में पंजाब रोडवेज वर्कर यूनियन के महासचिव जगदीश सिंह ने पुष्टि करते हुए कहा कि वोट वाले दिन भी ड्यूटी में कोई छूट नहीं होती। पीआरटीसी तो एक रूट कम करने की रियायत भी दे देती है लेकिन पनबस, पंजाब रोडवेज और किलोमीटर स्कीम वाली बसों में ऐसा भी नहीं।


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