पीआरटीसी बस व कार की आमने-सामने टक्कर से तीन युवकों की मौत, दो गंभीर
पटियाला समाना- पटियाला रोड स्थित गाव ढकरबा इलाके में शनिवार शाम कार व पीआरटीसी बस ़में आमने-सामने टक्कर हो गई।
जागरण संवाददाता, पटियाला : समाना- पटियाला रोड स्थित गाव ढकरबा इलाके में शनिवार शाम कार व पीआरटीसी बस ़में आमने-सामने टक्कर हो गई। हादसे में कार सवार तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि दो जख्मी हो गए। हादसा शनिवार शाम करीब पाच बजे हुआ, जिसके बाद मौके पर खड़े लोगों ने जख्मी को अस्पताल पहुंचाया। वहीं, पुलिस ने मौके पर पहुंच शवों को राजिंदरा अस्पताल पहुंचाया है। कार में सवार युवकों में से मौके पर तीन की मौत हो गई थी, जबकि दो अस्पताल में उपचाराधीन हैं। वहीं हादसे के बाद मौके से बस का ड्राइवर का फरार हो गया। कार में सवार कुंवर, साहिल, बंटी की मौत हुई है। परमजीत व विक्की निवासी गाव घनौरी खेड़ा नजदीक घनौर जख्मी हैं। यह लोग पीवीसी लगाने का काम करते थे और शनिवार शाम को काम से घर लौट रहे थे। मौके पर पहुंचे मृतक कुंवर सिंह के चाचा मनोज कुमार ने बताया कि पाचों युवक पीवीसी लगाने का काम करते थे और रोजाना ही एक साथ काम पर जाते थे। शनिवार को काम से लौटते समय पीआरटीसी की बस ने सामने से इन्हें टक्कर मार दी। मौके पर पहुंचे डकाला चौकी इंचार्ज बलजीत सिंह ने कहा कि बंटी के बयानों पर बस चालक हंसराज पर केस दर्ज कर जाच की जा रही है। मरने वाले युवकों की उम्र 19 से 22 साल के बीच है।
हादसे के समय बस में थी करीब 35 सवारिया
घटना के अनुसार उक्त कार सवार युवक समाना से पटियाला की तरफ आ रहे थे। इन लोगों ने सदर्न बाईपास के जरिए अपने गाव घनौर की तरफ जाना था। वहीं, पीआरटीसी की बस पटियाला से समाना की तरफ जा रही थी। बस में करीब 35 सवारिया थी जो हादसे के दौरान बाल-बाल बचे हैं। मौके पर खड़े कुछ लोगों ने बताया कि बस की रफ्तार कम थी, लेकिन कार की रफ्तार काफी तेज थी। जिस वजह से आमने-सामने होने पर सीधी टक्कर हो गई। घटना के बाद बस चालक मौके से फरार हो गया। वहीं, सवारिया बस से उतरने के बाद अपने लेवल पर ही दूसरी बस में सवार होकर चली गई क्योंकि किसी भी सवारी को चोट नहीं आई थी। गाव में कई घरों में नहीं जला चूल्हा
हादसे का शिकार हुए पाचों युवक एक ही गाव के हैं । तीन युवकों की मौके पर मौत और दो युवकों के गंभीर होने की सूचना जैसे ही गाव में पहुंची तो पूरे गाव में शोक फैल गया। घटना की जानकारी मिलते ही गाव के करीब एक दर्जन से अधिक परिवारों ने चूल्हा ही नहीं जलाया क्योंकि सभी लोग उक्त युवकों के रिश्तेदार हैं।