ठंड में टंकी पर डटे प्रदर्शनकारी, सुध लेने नहीं आए अधिकारी
पटियाला मृतकों के आश्रित नौकरी की मांग पर तीसरे दिन भी पानी की टंकी पर चढ़े रहे।
जागरण संवाददाता, पटियाला : मृतकों के आश्रित नौकरी की मांग पर तीसरे दिन भी पानी की टंकी पर चढ़े रहे। वहीं, टंकी पर बैठकर प्रदर्शन कर रही बुजुर्ग महिला परमजीत और अरुण मित्तल ने मरणव्रत शुरू कर दिया है। संघर्ष कमेटी के प्रधान अजय कुमार ने बताया कि तीन दिनों से टंकी पर बैठकर प्रदर्शन कर रही परमजीत कौर लुधियाना और राजेश कुमार की तबीयत बिगड़ना शुरू हो गई, लेकिन नौकरी संबंधी बिना नौकरी के पत्र के प्रदर्शनकारियों ने टंकी से उतरने से इंकार कर दिया है। दूसरी ओर कोई प्रशासनिक अधिकारी प्रदर्शनकारियों की सुध लेने नहीं पहुंचा। जिससे खफा प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन और सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर पीएसपीसीएल प्रबंधन या प्रशासनिक अधिकारियों ने उनकी बात नहीं सुनी, तो मजबूरन उन्हें कोई बड़ा एक्शन लेना पड़ेगा, जिसकी जिम्मेवारी संबंधित अधिकारियों की होगी।
अजय ने बताया कि पावरकॉम के प्रबंधकीय सदस्य से मृतक आश्रित संघर्ष कमेटी के सदस्यों की बातचीत दौरान प्रबंधकीय सदस्य आरपी पांडव ने नौकरी देने में असमर्थता जताई थी। जिसके बाद कमेटी ने अनिश्चितकालीन संघर्ष जारी रखने की घोषणा की। वीरवार को विरोध प्रदर्शन करते हुए मृतक आश्रित संघर्ष कमेटी के आठ सदस्य राजपुरा कॉलोनी 66 केवी ग्रिड कॉलोनी की पानी की टंकी पर चढ़ गए थे। ड्यूटी के दौरान मौत होने पर उनके परिवार वाले पावरकॉम से नौकरी की मांग कर रहे हैं।
संघर्ष कमेटी के प्रधान ने कहा कि 2002 से 2010 तक पावरकॉम में ड्यूटी के दौरान मौत का शिकार हुए मुलाजिमों के पारिवारिक सदस्य लंबे समय से नौकरी की मांग पर लड़ रहे हैं। लोकसभा चुनावों से पहले भी उनके संघर्ष के दौरान पावरकॉम के प्रशासनिक सदस्य आरपी पांडव ने चुनावों के बाद नौकरी देने का वादा किया था। शुक्रवार को हुई बैठक में उन्होंने नौकरी न दे पाने की मजबूरी जताई।