नौकरी से निकालने के विरोध में कोविड वालंटियरों का सरकार खिलाफ प्रदर्शन
नौकरी से निकाले कोविड वालंटियरों ने सरहिद रोड स्थित बस अड्डे में लगाया पक्का मोर्चा दूसरे दिन भी जारी रहा।
जागरण संवाददाता, पटियाला :
नौकरी से निकाले कोविड वालंटियरों ने सरहिद रोड स्थित बस अड्डे में लगाया पक्का मोर्चा दूसरे दिन भी जारी रहा। प्रदर्शन कर रहे वालंटियरों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए जोरदार नारेबाजी की। वालंटियरों ने कहा कि उन्हें सरकार ने बिना नोटिस के नौकरी से निकाल दिया गया है, जिस कारण अब आर्थिक तौर पर समस्या का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक सरकार वालंटियरों को फिर सेहत विभाग में नौकरी नहीं रखती, तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा।
यूनियन के प्रधान राजविदर सिंह, उपप्रधान सुखराज सिंह, चेयरमैन सतनाम सिंह, अरजुनप्रीत कौर ने बताया कि कोरोना महामारी के दौरान सरकार ने कोविड वालंटियरों को कोविड पाजिटिव मरीजों की देखभाल के लिए भर्ती किया गया था। इस दौरान वालंटियरों ने फ्रंटलाइन पर कोविड पाजिटिव मरीजों की सेवा के लिए दिन-रात सेवाएं भी निभाई हैं। बिना अपनी जान की परवाह किए बड़ी संख्या में लोगों को कोरोना वायरस से बचाया भी गया है। परंतु पांच माह बाद ही सरकार की ओर से बिना कोई नोटिस दिए कोविड वालंटियरों को नौकरियों से निकाल दिया गया। जिस कारण अब कोविड वालंटियरों को आर्थिक तौर पर समस्या का भी सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने सरकार से उन्हें पक्के तौर पर सेहत विभाग में भर्ती करने या किसी और विभाग में एडजस्ट करने की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगें जल्द नहीं मानी गई, तो उनकी तरफ से बड़े स्तर पर प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा, जिसकी जिम्मेवारी पंजाब सरकार की होगी।