कृषि विधेयक के खिलाफ पंजाब एकता पार्टी का प्रदर्शन
समाना (पटियाला) केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि विधेयक के विरोध में पंजाब एकता पार्टी ने प्रदर्शन कर विरोध जताया।
जेएनएन, समाना (पटियाला) : केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि विधेयक के विरोध में पंजाब एकता पार्टी ने प्रदर्शन कर विरोध जताया। पार्टी के नेता रछपाल सिंह जोड़ामाजरा के नेतृत्व में लगाए धरने में पार्टी के प्रधान सुखपाल खैहरा, पूर्व सांसद डॉ. धर्मवीर गांधी, मौड़ मंडी के विधायक जगदेव सिंह भी पहुंचे थे। सुखपाल खैहरा ने कहा कि केंद्र द्वारा जानबूझकर किसानों को निशाना बनाया जा रहा है। देश के आजाद होने पर जब भाषा के आधार पर प्रदेशों का बंटवारा हुआ, उस समय भी पंजाब से धोखा किया गया। इसके अलावा पानी का मामला हो या फिर प्रदेश की राजधानी का मसला पंजाब से हमेशा सौतेला व्यवहार किया गया है।
कैप्टन अमरिदर सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर कांग्रेस सरकार सच्चे दिल से इस बिल का विरोध करती है, तो मुख्यमंत्री को विशेष सत्र बुला कर इस बिल को रद करवा देना चाहिए। लेकिन कांग्रेस सरकार इस बिल पर भी राजनीति कर रही है। अकाली दल द्वारा पंजाब बंद के दौरान सड़क जाम करने को महज दिखावा करार दिया। उन्होंने कहा कि अगर अकाली दल किसान की हितैषी है, तो उसे तुरंत भाजपा से अपना नाता तोड़ लेना चाहिए। हरसिमरत कौर द्वारा दिए गए त्यागपत्र को भी उन्होंने महज एक ड्रामा करार दिया। खैहरा ने कहा इस बिल को रद कराने के लिए सभी पार्टियों को एकजुट होने की जरूरत है। इसके लिए उन्हें अपने पार्टी के झंडे छोड़कर किसान जत्थेबंदियों के मंच पर शामिल होना चाहिए। केंद्र सरकार की आलोचना करते खैहरा ने कहा कि किसानों द्वारा जलाई जाने वाली नाड़ का धुंआ तो दिल्ली में बैठे प्रधानमंत्री को दिखाई पड़ता है। लेकिन बिल का विरोध कर रहे लाखों किसान मजदूर उन्हें दिखाई नहीं दे रहे हैं। इस अवसर पर दलविदर धंजू, हरप्रीत बाजवा, रुपेश शर्मा, गुरसेवक सिंह, पाल सिंह, गुरजंट सिंह, गुरजीत चठ्ठा, सुखदेव सिंह, हरविदर सिंह मौजूद रहे।