सब-रजिस्ट्रार दफ्तर में नहीं है टोकन सिस्टम
मिनी सचिवालय में स्थित सब-रजिस्ट्रार दफ्तर में टोकन सिस्टम न होने के चलते पब्लिक परेशानी झेल रही है।
जागरण संवाददाता, पटियाला : मिनी सचिवालय में स्थित सब-रजिस्ट्रार दफ्तर में टोकन सिस्टम न होने के चलते पब्लिक परेशानी झेल रही है। दफ्तर में आम व्यक्ति की जगह वसीकानवीसों का काम पहले हो जाता है। आम व्यक्ति को दफ्तर में घंटों अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है। करीब दो साल पहले सब-रजिस्ट्रार दफ्तर में टोकन सिस्टम लागू किया गया था। इस सिस्टम से हर व्यक्ति की टोकन नंबर के हिसाब से प्रापर्टी की रजिस्ट्रेशन होती थी। पर समय-समय पर सब-रजिस्ट्रारों का तबादला होने के साथ-साथ टोकन सिस्टम भी खत्म हो गया। इसके बाद इस सिस्टम को किसी भी अधिकारी ने लागू करने की कोशिश तक नहीं की। जिसके चलते मौजूदा समय में बिना किसी सिस्टम के प्रापर्टी की रजिस्ट्रेशन का काम हो रहा है।
उधर, इस बारे में सब-रजिस्ट्रार संजीव कुमार का कहना है कि कोविड-19 के चलते दफ्तर में प्रापर्टी की रजिस्ट्रेशन का काम खुले हाल में किया जा रहा है। टोकन सिस्टम अंदर दफ्तर में चलता है। यही कारण है कि फिलहाल यह सिस्टम बंद है। इसके अलावा भी कोरोना महामारी के चलते दफ्तर में प्रापर्टी की रजिस्ट्रेशन का काम नाममात्र ही है। अगर किसी व्यक्ति को कोई परेशानी आ रही है तो वह मुझे संपर्क कर सकता है। उसकी समस्या का तुरंत हल किया जाएगा।
सब रजिस्ट्रार दफ्तर में टोकन सिस्टम तो लागू होना ही चाहिए। इससे हर व्यक्ति को खुशी होगी, क्योंकि टोकन के जरिए ही संबंधित व्यक्ति की बारी आएगी। इससे पब्लिक के साथ-साथ दफ्तरी कर्मचारियों को भी फायदा होगा। उन्हें भीड़भाड़ का सामना नहीं करना पड़ेगा।
बंटी कुमार,पब्लिक जिस व्यक्ति की कोई सिफारिश है या फिर दफ्तरी अधिकारियों से जान पहचान है, उसका काम पहले हो जाता है। आम व्यक्ति का काम तो सबसे लेट होता है। अगर यह टोकन सिस्टम लागू हो जाता है तो पब्लिक को राहत मिलेगी। दफ्तरी अधिकारियों को चाहिए कि वह इस सिस्टम को तुरंत लागू करें।
बलबीर सिंह,पब्लिक