शराब का ठेका बंद करवाने उतरे कॉलोनीवासी
जागरण संवाददाता. पटियाला ऋषि कॉलोनी में खुले शराब के ठेके को बंद कराने के लिए लोग एक बार फिर सड़कों
जागरण संवाददाता. पटियाला
ऋषि कॉलोनी में खुले शराब के ठेके को बंद कराने के लिए लोग एक बार फिर सड़कों पर आ सकते हैं। ठेका बंद कराने की मांग को लेकर वार्ड कौंसलर और निवासी डीसी पटियाला और एक्साइज विभाग के अधिकारियों से मिले। सितंबर 2017 को ऋषि कॉलोनी से ठेका बंद कराने के लिए लोगों ने बकायदा भूख हड़ताल रखी थी। लंबे संघर्ष के बाद ठेका बंद किया गया परंतु 2018 में फिर उसी जगह ठेका खोल दिया गया। शिकायत के मुताबिक ठेके की कुछ ही दूरी पर स्कूल और गुरुद्वारा है।
डीसी को शिकायत देने पहुंचे वार्ड नंबर 30 के कौंसलर हरीश अग्रवाल ने कहा कि इससे पहले भी ठेके को यहां से उठाने के लिए स्थानीय लोगों ने संघर्ष किया था और सितंबर 2017 को ठेके को बंद कर दिया गया था परंतु तीन महीने बाद ही दिसंबर में ठेका फिर खोल दिया गया। शिकायतकर्ता ने कहा कि शराब के ठेके के 30 मीटर दूर ही गुरु रामदास मॉडल हाई स्कूल है। वार्ड वासियों के मुताबिक ठेके के नजदीक ही शिव मंदिर और गुरुद्वारा है।
डीसी कुमार अमित ने शिकायत को एक्साइंज विभाग को फारवर्ड कर दिया। कौंसलर हरीश अग्रवाल ने कहा कि वे डीसी की ओर से रिकमेंड शिकायत को लेकर एक्साइज विभाग पहुंचे तो अधिकारियों ने जल्द ही इस पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। यदि कोई कार्रवाई नहीं होती तो लोग सड़कों पर उतरेंगे। एडिशनल एक्साइज एण्ड टेक्सीसियन कमिश्नर एसके गर्ग ने कहा कि चौरा के लोग ठेका हटाने की शिकायत लेकर पहुंचे थे, वे जल्द ही ठेके को वहां से हटवा देंगे। इसमें एक-दो दिन का समय लग सकता है। (बाक्स फोटो 58)
इलाका निवासी ठेके को लेकर खासा परेशान है। वार्ड कौंसलर को साथ लेकर डीसी साहिब से मिलने गए थे जहां उनको कार्रवाई का आश्वासन मिला है। यदि फिर भी ऋषि कालोनी से ठेका न हटाया गया तो एक बार फिर लोग सड़कों पर होंगे।
..यश पंवार, वार्ड निवासी (बाक्स फोटो 59)
मंदिर, गुरुद्वारा जाना होता है रास्ते में शराब का ठेका होने कारण खासी परेशानी उठानी पड़ती है। स्कूली बच्चों पर भी नजर रखनी पड़ती है। शराब का पीकर लोग माहौल को खराब करते हैं। प्रशासन को ऋषि कालोने के लोगों की समस्या सुननी चाहिए।
.. रजनी, वार्ड निवासी
(बाक्स फोटो 60)
निगम चुनावों से पहले भी स्थानीय लोग ठेके के खिलाफ खड़े हो चुके हैं। बकायदा भूख हड़ताल रखी गई और ठेका बंद भी हुआ परंतु शराब कारोबारियों के हौंसले देखो तीन महीने बाद ही ठेका फिर से खुल गया। लोगो को फिर से लड़ाई लड़नी होगी।
..मुकेश वार्ड निवासी (बाक्स फोटो 61)
एक बार फिर शराब के ठेके के खिलाफ हमने शिकायत की है। शराब कारोबारियों के भी चाहिए कि केवल मुनाफा देख स्कूल और पवित्र स्थानों के नजदीक ठेके न खोले। इसस घरेलू महिलाओं और बच्चों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
..गुनीश आनंद, वार्ड निवासी