ड्राइ¨वग ट्रैक पर गलत तरीके से बने 51 लाइसेंस
नाभा रोड के नजदीक स्थित ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट के ट्रैक पर बिना टेस्ट के बने ड्राइ¨वग लाइसेंस के मामले की पड़ताल शुरू हो चुकी है।
जागरण संवाददाता, पटियाला
नाभा रोड के नजदीक स्थित ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट के ट्रैक पर बिना टेस्ट के बने ड्राइ¨वग लाइसेंस के मामले की पड़ताल शुरू हो चुकी है। एटीओ प्रदीप ¨सह ढिल्लों ने संबंधित कंपनी नेशनल इंटरने¨टग सेंटर (एनआइसी) से लाइसेंस से संबंधित दस्तावेज मांगे हैं। इसके बाद यह पुष्टि होगी कि किस कर्मचारी ने यह गलत काम किया है। मामले की पुष्टि होने के बाद संबंधित कर्मचारी के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज होने की संभावना है। हालांकि दूसरी ओर गलत ढंग से लाइसेंस बनाने के मामले सामने आने के बाद आरटीए गुरप्रीत ¨सह ने ट्रैक पर काम कर रहे कर्मचारियों के तबादले कर दिए। 51 ड्राइ¨वग लाइसेंस की लिस्ट स्मार्टचिप कंपनी के सुपरवाइजर को भेजी गई है। इससे यह पड़ताल की जाएगी कि इनमें से कौन से लाइसेंस गलत ढंग से बनाए गए हैं।
ये है मामला
ड्राइ¨वग ट्रैक पर एडि¨टग कर पक्के ड्राइ¨वग लाइसेंस बनाए जा रहे हैं। एडि¨टग का मतलब, अगर आपने फोर व्हीलर वाहन का ड्राइ¨वग लाइसेंस बनवाना है और आपकी किसी एजेंट से सांठगांठ है तो बिना टेस्ट दिए ही पक्का लाइसेंस बन जाएगा। आपको सिर्फ टू व्हीलर का टेस्ट देना होगा। संबंधित कंप्यूटर ऑपरेटर ऑनलाइन दस्तावेज में टू व्हीलर वाहन के साथ फोर व्हीलर वाहन भी जोड़ देता है। इस तरह से बने लाइसेंस की एक लिस्ट एटीओ प्रदीप ¨सह ढिल्लों ने तैयार की गई है। स्मार्टचिप कंपनी के अधिकारी को इस लिस्ट की पड़ताल करने के निर्देश जारी किए गए हैं। उधर, 13 लाइसेंस सामने आ चुके हैं जो एडि¨टग करके बनाए गए हैं। बाकियों की पड़ताल की जा रही है।
संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ होगी एफआईआर दर्ज
पड़ताल के लिए 51 ड्राइ¨वग लाइसेंस की लिस्ट भेजी गई है। पड़ताल में सामने आएगा कि किस-किस लाइसेंस में एडि¨टग की गई है। जिस-जिस कर्मचारी की आईडी में गलत काम हुआ है, के मामले की पुष्टि होने के बाद संबंधित कर्मचारी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के अलावा एफआइआर भी दर्ज करवाई जाएगी। फिलहाल आरटीए गुरप्रीत ¨सह ¨थद ने कर्मचारियों की बदलियां की हैं। ताकि ट्रैक का कामकाज सही ढंग से चल सके।