ठहरो मत, चलते रहना ही ¨जदगी : स्वामी
जेएनएन, पटियाला गांव दूधड़ में स्थित लाला वाला पीर में दिव्य ज्योति जागृति संस्थान की ओर से आयोजित
जेएनएन, पटियाला
गांव दूधड़ में स्थित लाला वाला पीर में दिव्य ज्योति जागृति संस्थान की ओर से आयोजित हुए तीन दिवसीय सत्संग कार्यक्रम के अंतिम दिन स्वामी सुकर्मानंद ने बताया कि मौत मनुष्य जीवन की एक अटल सच्चाई है, जिसने भी संसार में जन्म लिया उसने एक न एक दिन मौत का ग्रास बनना ही है। सारी मानव जाति इस बात को भली भांति जानते हुए भी उसकी सोच यहां पर आकर ठहर जाती है, परन्तु हमारे संत बताते हैं कि ठहरो मत, चलते चलो व जीवन के रहते ही अपने जीवन के लक्ष्य को प्राप्त करो क्योंकि चलते रहना ही जिन्दगी है। उन्होंने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं कि इंसान ने बहुत उन्नति की है। सत्संग की अंतिम सभा में भी मुख्य रूप में रणजीत ¨सह, जगतार ¨सह, सरदारा ¨सह, जरनैल ¨सह, नरिन्द्र ¨सह, सुखपाल ¨सह, विक्रम ¨सह, रजिन्द्र ¨सह, वरिन्द्र ¨सह, नसीब ¨सह, कर्म ¨सह, चरण ¨सह, रामपाल ¨सह, गुरमेल ¨सह, गुरचरण ¨सह, बीरबल ¨सह, अरमिन्द्र ¨सह एवं अन्य मौजूद रहे।