हर्जाना लेने के बाद भी पार्क नहीं किया डवलप
राजपुरा रोड स्थित अर्बन एस्टेट फेस एक के बाहरी हिस्से में बने पार्क को बेशक नेशनल हाईवे अथॉरिटी ने सदर्न बाईपास के निर्माण के दौरान तोड़ दिया हो, लेकिन इसके बदले में पुडा को 50 लाख रुपये से अधिक हर्जाना चुकाया गया था।
जागरण संवाददाता, पटियाला
राजपुरा रोड स्थित अर्बन एस्टेट फेस एक के बाहरी हिस्से में बने पार्क को बेशक नेशनल हाईवे अथॉरिटी ने सदर्न बाईपास के निर्माण के दौरान तोड़ दिया हो, लेकिन इसके बदले में पुडा को 50 लाख रुपये से अधिक हर्जाना चुकाया गया था। पार्क को डैमेज करने के बदले में पुडा ने यह हर्जाना तो ले लिया, लेकिन पार्क को मेंटेन करने के लिए कोई काम नहीं किया। हालात यह बन गए हैं कि जिस पार्क में लोग सैर करने व फुर्सत के समय इस्तेमाल करते थे। वहीं इस पार्क में अब अवारा पशु घूमते हैं। करीब एक साल से पुडा ने इस पार्क को पूरी तरह से अनदेखा कर दिया है। इससे इलाके की रेजीडेंस एसोसिएशन ने पुडा की लापरवाही के खिलाफ आवाज उठानी शुरू कर दी है।
ये है पूरा मामला
इलाका निवासियों ने कहा कि सदर्न बाईपास के निर्माण से पहले अर्बन एस्टेट फेस एक के बाहरी हिस्से में राजपुरा रोड के किनारे ग्रीन बेल्ट बनाई हुई थी। इस बेल्ट को पार्क के तौर पर डेवलप किया हुआ था, जहां पर लोग सुबह व शाम के समय सैर करते थे। सदर्न बाईपास रोड के निर्माण के दौरान इस ग्रीन बेल्ट का एक बड़ा हिस्सा नेशनल हाईवे अथॉरिटी के प्रोजेक्ट के आड़े आ रही थी, जिस वजह से अथॉरिटी ने पुडा को हर्जाना देने के बाद इस बेल्ट को डैमेज कर सड़क का निर्माण किया था। यह पैसा पार्क को फिर से डवलप करने के लिए इस्तेमाल किया जाना था, लेकिन एक साल बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई।
पार्क में लगाए पौधे नष्ट हुए और पशुओं से खतरा बन गया है : सूद
इलाका निवासी व¨रदर सूद ने कहा कि इस ग्रीन बेल्ट के कम होने के बाद भी महकमे ने इसे दोबारा से डवलप नहीं किया है। सूद सभा ने इस पार्क में तीस से अधिक पौधे लगाए थे, लेकिन मेंटीनेंस की कमी के कारण यह सभी पौधे नष्ट हो गए हैं। चारदीवारी खत्म हो चुकी है, जिस वजह से लोग सैर नहीं कर पाते और इस पार्क में अवारा पशु घूमते रहते हैं। यह पशु लोगों के लिए खतरा बन गए हैं।
पार्क की मेंटीनेंस को लेकर एस्टीमेट पास : एक्सईन
पुडा के एक्सईएन सिविल ¨वग अजय कुमार गर्ग ने कहा कि पार्क की मेंटीनेंस को लेकर महकमे की तरफ से कार्रवाई की जा रही है। पार्क का प्रोपजल एस्टीमेट बनाकर भेज दिया है, करीब चालीस लाख रुपये से इस पार्क को डेवलप किया जाना है। प्रोजेक्ट के पास होते ही काम शुरू कर दिया जाएगा।