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फरार आरोपित के गैंगस्टर्स के साथ संबंध : आइजी

जागरण संवाददाता, पटियाला पटियाला-राजपुरा रोड पर गांव चमारहेड़ी स्थित पेट्रोल पंप पर 11 हजार रुपये ल

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 Jun 2018 08:12 PM (IST)Updated: Fri, 22 Jun 2018 08:12 PM (IST)
फरार आरोपित के गैंगस्टर्स के साथ संबंध : आइजी
फरार आरोपित के गैंगस्टर्स के साथ संबंध : आइजी

जागरण संवाददाता, पटियाला

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पटियाला-राजपुरा रोड पर गांव चमारहेड़ी स्थित पेट्रोल पंप पर 11 हजार रुपये लूटने सहित दो लोगों की हत्या करने के मामले में फरार एक व्यक्ति के संबंध गैंगस्टर्स के साथ हैं । भले ही वो पुलिस की गिरफ्त से बाहर है, लेकिन उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। वारदात में शामिल दो लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनसे पूछताछ जारी है। यह जानकारी आज आईजी एएस राय ने पुलिस लाइन में दी । गिरफ्तार दो युवकों से 300 ग्राम नशीला पदार्थ, एक पिस्तौल 32 बोर समेत एक ¨जदा कारतूस, बुलेट मोटरसाइकिल, एक पिस्तौल (देसी कट्टा) 315 बोर सहित एक कारतूस 315 बोर बरामद किया है। उन्होंने बताया कि 17-18 जून की रात करीब 10 बजे तीन युवकों ने पेट्रोल पंप पर 11 हजार रुपये लूटे थे और दो लोगों को गोलियां मार दी थी । इसके बाद एसपी कंवरदीप कौर की देखरेख में एसपी केसर ¨सह व इंस्पेक्टर जस¨वदर टिवाणा ने पंजाबी यूनिवर्सिटी के आसपास सर्च जारी रखी। पीजी की चे¨कग की गई, इस दौरान पंजाबी यूनिवर्सिटी का एमए फिलॉसफी के स्टूडेंट सिकंदर ¨सह व हरप्रीत ¨सह को गिरफ्तार किया । सिकंदर ¨सह पुत्र मलूक ¨सह वासी गांव ढडरियां, जिला संगरूर पंजाबी यूनिवर्सिटी के सामने एक पीजी में रहता था। हरप्रीत ¨सह उर्फ मक्खन पुत्र रूड़ ¨सह वासी सैफदीपुर जिला पटियाला उसका साथी भी गिरफ्तार कर लिया है। उनका तीसरा साथी लखनदीप ¨सह उर्फ स्वर्ण ¨सह उर्फ वारिस रंधावा पुत्र स¨वदर ¨सह वासी ठठरके पत्ती थाना बाबा नानक जिला गुरदासपुर अभी फरार हैं। जांच में पता लगा है कि लखनदीप ¨सह के गैंगस्टरों के साथ संबंध हैं, जिसके कारण वो हथियार यूपी से लेकर आता था । सिकंदर ¨सह के खिलाफ पहले भी आ‌र्म्स एक्ट के अधीन तीन केस दर्ज हैं, जबकि मक्खन के पर भी दो केस दर्ज हैं। इसी तरह ही तीसरा आरोपित लखनदीप ¨सह बार्डर रेंज के कई केसों में भगोड़ा है ।

पीजी मालिक ने दस्तावेज नहीं जांचे

अब सवाल यह उठता है कि पंजाबी यूनिवर्सिटी के आसपास चल रहे पीजी मालिक अपने पास आने वाले स्टूडेंट का बैकग्राउंड रिकार्ड क्यों चैक नहीं करते हैं । पुलिस ने सख्ती से कहा है कि पीजी का रिकार्ड पुलिस के पास जमा करवाया जाए ताकि उनके बारे में पता किया जा सके कि वे किसी पुलिस केस में वांछित तो नहीं हैं । अगर समय रहते इसकी तस्दीप हो जाती तो आज हंसते खेलते दो परिवार न उजड़ते । दूसरा पहलू यह भी है कि इससे पहले भी कई पीजी में आपराधिक छवि के लोग पकड़े जा चुके हैं। डीजीपी ने मांगे नाम

आईजी ने कहा कि एएस राय ने बताया कि यह केस लगभग सॉल्व हो गया है। ऐसे में डीजीपी सुरेश अरोड़ा ने इस केस को हल करने वालों के नाम मांगे हैं। उक्त टीम के सदस्यों को उचित इनाम दिया जाएगा। इस केस को हल करने में एसपी (एच) कंवरदीप कौर, एसपी सिटी केसर ¨सह, एसपी ट्रैफिक अमरजीत ¨सह घुम्मन, डीएसपी (डी) सुखमिन्दर ¨सह, डीएएसपी सिटी-2 सुखअमृत ¨सह रंधावा व सदर थाने के इंस्पेक्टर जस¨वदर ¨सह टिवाणा, डीएसपी मोहित अग्रवाल, एसआई अमनजोत कौर, एसआई कौर ¨सह इंचार्ज चौकी बहादुरगढ़, थानेदार अंकुरदीप ¨सह, एएसआई जगरूप ¨सह, एएसआई रछपाल ¨सह, एएसआई, कुलदीप ¨सह, हवलदार बलकार ¨सह

के अलावा राजपुरा व घनौर पुलिस टीम के सदस्य शामिल हैं ।


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