समाना में भीम आर्मी समाना ने कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ रोष मार्च किया
भीम आर्मी ने किसान मजदूर संघर्ष के सहयोग से शहर में कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ रोष मार्च निकाला। इस दौरान तहसील चौक में केंद्र की मोदी सरकार का पुतला फूंक नारेबाजी की गई।
जेएनएन, समाना (पटियाला) : भीम आर्मी ने किसान मजदूर संघर्ष के सहयोग से शहर में कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ रोष मार्च निकाला। इस दौरान तहसील चौक में केंद्र की मोदी सरकार का पुतला फूंक नारेबाजी की गई। जिला प्रधान गुरदीप नंबरदार ने कहा कि केंद्र सरकार औद्योगिक घरानों को खुश करने के लिए किसानों के खिलाफ काम कर रही है। इन कानूनों के विरोध में किसान व मजदूर जत्थेबंदियां पिछले तीन माह से संघर्ष कर रही हैं, लेकिन केंद्र सरकार पर कोई असर नहीं दिखा। इसके चलते जत्थेबंदियों ने दिल्ली में धरना देकर मोदी तक आवाज पहुंचाने का प्रयास किया है। उन्होने कहा कि एक सप्ताह से किसान जत्थेबंदियां दिल्ली का घेराव कर रही हैं। इसके बावजूद भी काले कानून को वापस लेने के लिए कोई फैसला नहीं हो रहा। केंद्र की नीतियों के चलते यह आंदोलन अब विराट रूप धारण कर चुका है और पूरा देश किसानों के पक्ष में है। इस मौके पर जगतार सिंह, तेज सिंह, जसवंत सिंह, राजवीर सिंह, गुरु रविदास सभा के प्रधान मलकीत सिंह ने भी विचार रखे।
उधर, सरहिंद में राष्ट्रीय वाल्मीकि सभा के चेयरमैन कुलदीप सिंह सहोता ने कहा कि सभा किसानी आंदोलन की हिमायत करती है और केंद्र सरकार द्वारा उक्त मामले संबंधी चुप्पी साधी हुई है। यदि किसानों की बात नहीं सुनी तो भारत बंद करने के लिए मजबूर हो जाएंगे। केंद्र सरकार द्वारा लाए यह तीन कृषि कानून किसान विरोधी हैं। यह आम वर्ग के लिए भी घातक सिद्ध होंगे। कारपोरेट घराने जहां किसानी को बर्बाद कर देंगे, वहीं आम जरूरत का सामान भी लोगों की पहुंच से दूर हो जाएगा। केंद्र सरकार को किसानों की बात माननी चाहिए और इन कानूनों को रद करना चाहिए। इस अवसर पर डा. तरसेम लाल मट्टू, धर्मपाल सहोता, राजिदर गोगी, रघवीर सिंह, गुरदर्शन सिंह, राजिदर राजू, सतनाम सिंह सहोता उपस्थित थे।