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किरयाना रिटेल बिजनेस की फ्रेंचाइजी लेने के लिए दो लाख एडवांस व 23 लाख लोन लेकर दिए तो कंपनी बंद कर भागे ठग

शेर-ए-पंजाब मार्केट के कपड़ा कारोबारी को किरयाना रिटेल बिजनेस की फ्रेंचाइजी देने का झांसा देकर ठग लिया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 03 Dec 2020 04:51 PM (IST)Updated: Fri, 04 Dec 2020 05:59 AM (IST)
किरयाना रिटेल बिजनेस की फ्रेंचाइजी लेने के लिए दो लाख एडवांस व 23 लाख लोन लेकर दिए तो कंपनी बंद कर भागे ठग
किरयाना रिटेल बिजनेस की फ्रेंचाइजी लेने के लिए दो लाख एडवांस व 23 लाख लोन लेकर दिए तो कंपनी बंद कर भागे ठग

जागरण संवाददाता, पटियाला : शेर-ए-पंजाब मार्केट के कपड़ा कारोबारी को किरयाना रिटेल बिजनेस की फ्रेंचाइजी देने का झांसा देकर ठग लिया। डीबीएम रिटेल प्राइवेट लिमिटेड के नाम से छपे विज्ञापन को देखने के बाद कारोबारी परवेश कुमार वासी पुडा कांप्लेक्स शेर-ए-पंजाब मार्केट ने आरोपितों के साथ संपर्क किया था। इसके बाद उन्होंने सितंबर 2018 को दो लाख एडवांस में दिए। जनवरी 2019 को लोन लेकर 23 लाख दे दिए। रकम लेने के बाद आरोपितों ने बिजनेस शुरू नहीं करवाया तो जनवरी 2020 को पैसा वापस मांगा। इस पर आरोपितों ने गाली गलौच करना शुरू कर दिया। पुलिस ने शिकायत की पड़ताल करने के बाद आकाश मिश्रा, गिरीश गांधी व कंपनी के मालिक विजय शेखावत वासी वेल्ड टेक पार्क सोहना रोड, सेक्टर 48, गुरुग्राम (हरियाणा) के खिलाफ केस दर्ज किया।

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परवेश कुमार ने बताया कि विज्ञापन देखने के बाद आरोपितों के मोहाली स्थित आफिस में संपर्क किया था। इन लोगों ने कहा कि बिग मार्ट के नाम से किरयाना रिटेल बिजनेस का प्रसार कर रहे हैं, जिसके लिए इनवेस्टर की तलाश है। पेमेंट लेने के बाद स्टोर, सामान, डिलिवरी ब्वाय, व्हीकल तक का खर्च कंपनी की मैनेजमेंट द्वारा किया जाएगा। आफर से प्रभावित होकर परवेश कुमार ने पैसे दे दिए। इसके बाद दो बार कुछ पैसे टीडीएस के नाम पर कंपनी ने उनके खाते में जमा करवाए, लेकिन बिजनेस शुरू नहीं करवाया। जब दबाव बनाया तो कंपनी ने पैसा देना बंद कर लिया और आफिस भी। वह कारण जानने के लिए दिल्ली भी गए. लेकिन वहां पर मालिक से मुलाकात नहीं करवाई गई। यहां तक कि जनवरी को गाली गलौच भी हुई। लाकडाउन में खुला भेद, 100 से अधिक लोग ठगी के शिकार बने

मार्च में देशभर में क‌र्फ्यू व लाकडाउन लगा था, जिस वजह से परवेश कुमार की डीलिग को लेकर बात नहीं हो पाई। इस दौरान उन्होंने इंटरनेट मीडिया पर कंपनी के बारे में जानना चाहा तो पता चला कि यह कंपनी चेन्नई, कोलकाता, चंडीगढ़ सहित विभिन्न राज्यों के करीब 100 लोगों से ठगी कर चुकी है। इन आरोपितों को नोएडा पुलिस ने फ्राड के केस में अगस्त में गिरफ्तार किया है। यही नहीं, आरोपितों के खिलाफ कई पीड़ितों ने मिलकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका भी दायर की है कि इनकी प्रापर्टी जब्त कर मुआवजा दिया जाए।

आरोपितों को प्रोडक्शन वारंट पर लाएंगे : एसएचओ

थाना कोतवाली के इंचार्ज गुरप्रताप सिंह ने कहा कि सीनियर अफसरों की पड़ताल के बाद केस दर्ज हुआ है। आरोपितों को प्रोडक्शन वारंट पर नोएडा से लाकर पूछताछ करेंगे।


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