नहीं मिली ट्रेनिग की इजाजत, एशियन गेम्स के लिए क्वालीफाई नहीं कर सका तरनवीर : मलकीत
भले ही मेरा स्टूडेंट आज नेशनल सीनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल लेकर बाजी मार गया है लेकिन फिर भी वह अगले महीने अप्रैल में होने वाली एशियन गेम्स के लिए क्वालीफाई नहीं कर सका है ।
जागरण संवाददाता, पटियाला
भले ही मेरा स्टूडेंट आज नेशनल सीनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल लेकर बाजी मार गया है, लेकिन फिर भी वह अगले महीने अप्रैल में होने वाली एशियन गेम्स के लिए क्वालीफाई नहीं कर सका है । इसका न केवल तरनवीर के मन में बल्कि मेरे मन में मलाल रहेगा कि अगर हमें एनआइएस में प्रेक्टिस करने की इजाजत मिल जाती तो आज तरनवीर एशियन गेम्स के लिए क्वालीफाई कर जाता। इसका एक कारण यह भी है कि तरनवीर ने आज 64.37 मीटर दूरी पर हैमर थ्रो किया है, जबकि वो प्रेक्टिस के दौरान 70 मीटर तक हैमर थ्रो करता रहा है।
एनआइएस में चार दिनों तक चली नेशनल सीनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप के दौरान हैमर थ्रो इवेंट में गोल्ड मेडल हासिल करने वाले फतेहगढ़ साहिब के हैमर थ्रो खिलाड़ी तरनवीर व उनके कोच मलकीत सिंह ने ये बातें कही। उन्होंने कहा कि बीते ढाई महीने से तरनवीर अच्छे तरीके से प्रेक्टिस नहीं कर पाए, क्योंकि डीएमडब्ल्यू में इजाजत नहीं मिली, पोलो ग्राउंड में लोग सुबह शाम सैर करते हैं और पंजाबी यूनिवर्सिटी में नैट नहीं था, जिसके कारण कभी इधर तो कभी उधर उन्हें प्रेक्टिस करवाई थी।
सेहत मंत्री से भी लिखवाया था पत्र
मलकीत सिंह ने बताया कि उन्होंने पंजाब का खिलाड़ी होने के नाते सेहत मंत्री ब्रह्मा मोहिदरा को संपर्क करके उनके सामने यह समस्या रखी तो उन्होंने एनआइएस के ईडी को 16 जनवरी को पत्र लिखकर तरनवीर को एनआइएस में प्रेक्टिस करने की इजाजत देने को कहा, लेकिन एनआइएस ने उनको फिर भी इजाजत नहीं दी। ऐसे में तरनवीर का आज रिजल्ट पीछे रहा है ।
पंजाब सरकार ने दी मंजूरी, पोलो ग्राउंड में लगेगा हैमर केज
मलकीत सिंह ने कहा कि उन्होंने पंजाब सरकार को पत्र लिखकर कहा था कि उनका स्टूडेंट अच्छा प्लेयर है और वो खेल जगत में अच्छा प्रदर्शन कर सकता है तो अब पंजाब सरकार ने उनको मंजूरी देकर कहा है कि वे निजी खर्चे पर हैमर केज पोलो ग्राउंड में लगवा सकते हैं । हैमर केज पर ढाई लाख रुपये का खर्च होगा, जो सरकार देगी, लेकिन उसे लाने व ग्राउंड में फिट करवाने का खर्च वे निजी तौर पर करेंगे। ऐसे में अब तरनवीर का अगला लक्ष्य 2020 में होने वाली ओलंपिक गेम्स में हिस्सा लेना है । फिलहाल वे ओलंपिक में मेडल की न सोचकर तरनवीर को ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने को टारगेट लेकर चल रहे हैं।