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मैस में घटिया खाने का विरोध कर रहे विद्यार्थियों ने सेमेस्टर एग्जाम का किया बायकॉट

राजीव गांधी नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ के विद्यार्थियों ने शुक्रवार देर रात मैस में घटिया क्वालिटी का खाना परोसने और एडमिनिस्ट्रेटिव अफसर एसपी सिंह पर अभद्र भाषा का प्रयोग करने के आरोप लगाते हुए रविवार को भी जारी रखा।

By JagranEdited By: Published: Sun, 17 Mar 2019 11:59 PM (IST)Updated: Sun, 17 Mar 2019 11:59 PM (IST)
मैस में घटिया खाने का विरोध कर रहे विद्यार्थियों ने सेमेस्टर एग्जाम का किया बायकॉट
मैस में घटिया खाने का विरोध कर रहे विद्यार्थियों ने सेमेस्टर एग्जाम का किया बायकॉट

जागरण संवाददाता. पटियाला

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राजीव गांधी नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ के विद्यार्थियों ने शुक्रवार देर रात मैस में घटिया क्वालिटी का खाना परोसने और एडमिनिस्ट्रेटिव अफसर एसपी सिंह पर अभद्र भाषा का प्रयोग करने के आरोप लगाते हुए रविवार को भी जारी रखा। इस दौरान विद्यार्थियों ने मिड सेमेस्टर एग्जामिनेशन का बायकॉट करने का एलान कर दिया है। यूनिवर्सिटी प्रशासन का कहना है कि अगर विद्यार्थी इस एग्जाम को पोस्टपोन करवाना चाहते हैं तो इस बारे में लिखित में यूनिवर्सिटी अथॉरिटी को विनती पत्र दें। इसके बाद यूनिवर्सिटी कुछ सोच सकती है। वहीं, विद्यार्थियों ने शनिवार देर रात यूनिवर्सिटी कैंपस में यूनिवर्सिटी अथॉरिटी के खिलाफ नारेबाजी की। इसके बाद वाइस चांसलर परमजीत सिंह जसवाल के कैंपस आवास तक कैंडल मार्च निकाला। इस दौरान एबीवीपी, एनएसयूआइ, एनएलयू विद्यार्थियों ने संघ समेत कई विद्यार्थियों संगठनों ने भी लॉ यूनिवर्सिटी के प्रदर्शन के दौरान विद्यार्थियों का समर्थन कर दिया है।

बता दें विद्यार्थियों की ओर से यूनिवर्सिटी मैस में घटिया क्वालिटी का खाना परोसने संबंधी कई बार यूनिवर्सिटी अथॉरिटी के पास शिकायत की गई थी। लेकिन यूनिवर्सिटी द्वारा इस संबंधी में कोई कार्रवाई ना करने के रोष में विद्यार्थियों ने मैस में थालियां पीटनी शुरू कर दीं, जिसके बाद यूनिवर्सिटी अथॉरिटी द्वारा विद्यार्थियों को यूनिवर्सिटी से 6 सस्पेंड कर दिया। शनिवार को हाईकोर्ट से सीनियर जज महेश ग्रोवर भी आए थे, लेकिन विद्यार्थियों के साथ सहमति ना बनने के कारण मीटिग बेनतीजा रही थी।

केवल फिफ्थ इयर विद्यार्थी होंगे परीक्षा में शामिल

प्रदर्शन कर रहे विद्यार्थियों ने बताया कि केवल फिफ्थ इयर स्टूडेंट ही इन परिक्षाओं में शामिल होंगे। विद्यार्थियों का कहना है कि 2 साल फिफ्थ ईयर विद्यार्थियों की प्लेसमेंट है, इसलिए केवल उन्हें परीक्षाओं में शामिल होने की छूट दी है। वहीं अन्य सभी विद्यार्थियों ने इन परीक्षाओं का पूर्ण तौर पर बायकॉट का एलान किया हुआ है। उन्होंने कहा कि जब तक विद्यार्थियों की मांगें नहीं मानी जाती प्रशदर्शन जारी रहेगा।

यूनिवर्सिटी अथॉरिटी ने पेरेंट्स को एग्जामिनेशन और प्रदर्शन से अवगत करवाया

पछले दो दिनों से प्रदर्शन कर रहे विद्यार्थियों ने एग्जामिनेशन का बायकॉट करने के एलान के बाद यूनिवर्सिटी अथॉरिटी ने विद्यार्थियों के पेरेंट्स को यूनिवर्सिटी में चल रहे प्रदर्शन और बायकॉट के एलान बारे भी ईमेल के जरिए अवगत करवा दिया है। विद्यार्थियों का कहना है कि इससे यूनिवर्सिटी अथॉरिटी पेरेंटस के जरिये उन पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन विद्यार्थी पीछे नहीं हटेंगे और मांगें माने जाने तक प्रदर्शन जारी रहेगा।

परीक्षाएं स्थगित करने संबंधी प्रदर्शन छोड़कर यूनिवर्सिटी को विनती पत्र दें विद्यार्थियों

परीक्षाएं स्थगित करने संबंधी यूनिवर्सिटी रजिस्ट्ररार ने बताया कि अगर विद्यार्थी प्रदर्शन खत्म करके वापस यूनिवर्सिटी में आते हैं, इसके बाद परिक्षाएं स्थगित करने के बारे में सोचा जा सकता है। नियमों के मुताबिक विद्यार्थियों की तरफ से लिखित विनती पत्र हाईकोर्ट के सीनियर जजों के पास भेजा जायेगा और कोर्ट की तरफ प्राप्त से निर्देशों को लागू किया जाएगा।

कोट्स

10 दिन पहले नोटीफिकेशन जारी, हर हाल में होंगी परिक्षाएं: रजिस्ट्रार

यूनिवर्सिटी रजिस्ट्रार नरेश कुमार वत्स ने बताया परीक्षाओं संबंधी यूनिवर्सिटी द्वारा 10 दिन पहले नोटिफिकेशन जारी किया गया था। इसलिए यूनिवर्सिटी नियमों के मुताबिक परीक्षाएं करवाई जाएंगी। इस संबंधी दोबारा नोटिस जारी कर दिया गया है, ताकि विद्यार्थियों को कोई संशय ना रहे। जहां तक एसपी सिंह खिलाफ कार्रवाई की बात है तो वो दोनो पक्ष सूनने के बाद ही फैसला लिया जाएगा।


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