डीसी ने पाबंदी लगाई, कहा इसे इस्तेमाल करने वालों पर भी होगी कार्रवाई
पतंगबाजी का मजा तभी आता है, जब आपस में उन्हें लड़ाया जाए और इन्हें लड़ाने में सबसे अहम रोल डोर की होती है।
जागरण संवाददाता, पटियाला
पतंगबाजी का मजा तभी आता है, जब आपस में उन्हें लड़ाया जाए और इन्हें लड़ाने में सबसे अहम रोल डोर की होती है। ये वह डोर होती है, जो सालों से पतंग काटने के काम आ रही है। लेकिन अब चाइनीज डोर ने इसकी पहचान कम कर दी है। क्योंकि आम डोर चाइनीज डोर को काटने में असमर्थ है, इस कारण लोगों का रूझान चाइनीज डोर की ओर ज्यादा बढ़ गया है। वहीं ये डोर लोगों के लिए कितनी खतरनाक है इसका पता होने के बावजूद चाइनीज डोर का रूझान कम नहीं हो रहा। हालांकि इस संबंधी जिला प्रशासन की ओर से समय समय पर इसे बेचने, स्टॉक और इस्तेमाल पर पाबंदी के बावजूद बाजार में मिल रही है और हादसों का कारण बन रही है। इसी हफ्ते जिला पटियाला के शहर समाना में पुलिस ने चाइनीज डोर की 93 चर्खियां बरामद कर मामला दर्ज किया था।
शनिवार को इस संबंधी डिप्टी कमिश्नर कुमार अमित ने चाइनीज डोर पर तीन महीने के लिए पाबंदी के आदेश जारी करते हुए कहा कि इसकी मार्केट और भंडारण पर काबू तभी किया जा सकता है, जब आम जनता अपना फर्ज समझते हुए इसके इस्तेमाल को बंद करे। अब चाइनीज डोर को इस्तेमाल करने वालों पर कार्रवाई करने की तैयारी भी की जा रही है। क्योंकि कई बार अपील करने के बावजूद लोग इसका इस्तेमाल करने से बाज नहीं आ रहे। पेरेंट्स का ये फर्ज बनता है कि वह अपने बच्चों को इसके नुकसान के बारे में अवेयर कर उन्हें इसके इस्तेमाल से रोकें।
चाइनीज डोर के नुकसान
करंट लगने का खतरा
चाइनीज डोर मजबूत होने के साथ-साथ सस्ती भी है। यही वजह है की लोग इस डोर को खरीदते हैं, लेकिन ये चाइनीज डोर खतरनाक भी है। दरअसल ये डोर प्लास्टिक से बनी होती है। इसके साथ-साथ इस पर लोहे का बुरादा लगा होता, जो अगर किसी बिजली के तार पर लग जाए, तो करंट भी लग सकता है।
इससे कट सकता है गला
इसके अलावा किसी के गले में फंसने से गला तक कट जाता है। हाल ही ऐसी ही एक घटना हुई भी है। अगर आप भी सस्ती डोर के चक्कर में चाइना डोर का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो आप अपने साथ-साथ दूसरों के लिए भी खतरा बन सकते हैं।