बच्चे की इलाज के दौरान मौत, परिजनों ने क्लीनिक के बाहर किया प्रदर्शन
सब डिवीजन के गांव मांगपुर निवासी व्यक्ति के 21 दिन पहले जन्मे बच्चे की प्राइवेट क्लीनिक में मौत हो जाने के मामले में संबंधित परिवार ने क्लीनिक के बाहर धरना दे रोष प्रदर्शन किया और प्रशासन से डॉक्टर के खिलाफ बनती कार्रवाई की मांग की।
संस, राजपुरा, पटियाला : सब डिवीजन के गांव मांगपुर निवासी व्यक्ति के 21 दिन पहले जन्मे बच्चे की प्राइवेट क्लीनिक में मौत हो जाने के मामले में संबंधित परिवार ने क्लीनिक के बाहर धरना दे रोष प्रदर्शन किया और प्रशासन से डॉक्टर के खिलाफ बनती कार्रवाई की मांग की। इस मौके पर मौजूद नवजन्मे बच्चे की दादी राज कौर ने बताया कि उनका पोता, जो 21 दिन पहले ही जन्मा था, की मंगलवार सुबह तबीयत खराब होने पर उसे वे राजपुरा के डॉ. दिनेश के क्लीनिक लेकर आए। यहां पर डाक्टर ने बच्चे को इंजेक्शन आदि देने के बाद दवाई देकर भेज दिया कि बच्चा ठीक है और उसे घर ले जाएं। जब वह बच्चे को घर लेकर गए और डाक्टर द्वारा दी गई दवाई दी तो उसके कुछ देर बाद बच्चे की तबीयत खराब हो गई। ऐसे में वे दोबारा बच्चे को उक्त डॉ. दिनेश के पास लेकर आए तो उसका इलाज करने की बजाए उन्हें कहा कि आप चंडीगढ़ लेकर जाएं। उसके लिए उन्होंने एम्बुलेंस की मांग की तो पहले तो डाक्टर किसी को फोन करता रहा और लगभग एक घंटे बाद उसने अपनी एम्बुलेंस तो दे दी पर उसमें से आक्सीजन आदि को उतार लिया। रास्ते में ही बच्चे की मौत हो गई। उन्होंने डाक्टर पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए कहा कि बच्चे की अगर इतनी तबीयत खराब थी तो उसे बच्चे का इलाज करना चाहिए था न कि एक घंटा खराब करना चाहिए था। उन्होंने आरोप लगाया कि डॉक्टर के द्वारा दी दवा से ही बच्चे की तबीयत खराब हुई है। उन्होंने पुलिस से डाक्टर के खिलाफ इस मामले में कार्रवाई करने की मांग की।
गलत तरीके से दूध पिलाने और छाती बंद होने से हुई मौत : डॉ. दिनेश
डॉ. दिनेश ने अपने ऊपर लगे आरोपों को नकारते हुये कहा कि जो दवाई उन्होंने दी थी, उसकी स्लिप उनके पास है। चाहे तो वह किसी ओर को दिखा सकते हैं। बच्चे को गलत तरीके से दूध पिलाने और छाती बंद होने से मौत हुई।