सद्गुरु ही करवाता है मनुष्य का मार्गदर्शन
तुलसी नगर पातड़ां में लोगों के सहयोग से चार दिवसीय श्रीहरि कथा करवाई गई।
जेएनएन, पटियाला : तुलसी नगर, पातड़ां में लोगों के सहयोग से चार दिवसीय श्रीहरि कथा करवाई गई। कथा में प्रवचन करते हुए दिव्य ज्योति जागृति संस्थान के संस्थापक व संचालक आशुतोष महाराज की शिष्या साध्वी मेधावी भारती ने कहा कि युवा ही राष्ट्र की नींव है। उन्होंने संत ज्ञानेश्वर के जीवन के बारे में बताते हुए कहा कि ज्ञानेश्वर ने युवा अवस्था में ही प्रभु को प्राप्त कर लिया था। उन्होंने स्वयं तो सद्मार्ग का चयन किया ही, अपितु अपने साथ अन्य युवाओं को भी सही मार्ग दिखाया। साध्वी ने बताया कि उस समय चांगदेव नामक व्यक्ति जो अपने जीवन में कुसंगति कर बैठा था। जिस समय उसे संत ज्ञानेश्वर का संग मिला तो वह सही मार्ग पर अग्रसर हुआ। अपने देश के बाकी युवाओं को भी उसने यही प्ररेणा दी कि वह देश का भविष्य र्ह। साध्वी ने कहा कि आज का युवा ही कल का भविष्य है, यदि हमारा युवा ही चरित्रहीनता, नशाखोरी, बेईमानी, डकैती जैसे कार्य करे तो देश के उज्ज्वल भविष्य की कामना नहीं हो सकती। साध्वी ने बताया कि महर्षि रमन ने भी यही समझाया कि जब तक युवाओं को सही मार्गदर्शक प्राप्त नहीं होगा, तब तक वह अपने जीवन में उन्नति नहीं कर पाएगा, इसीलिए आज हमारे समाज में खासकर युवाओं में ऐसा परिवर्तन होना अनिवार्य है, क्योंकि युवाओं में ऐसा जोश होता है यदि वह सही दिशा का चयन कर लें तो हमारा समाज स्वर्ग बन जाए। इसलिए आवश्यकता है एक ऐसे तत्वदर्शी सद्गुरु रूपी मार्गदर्शक की जो ईश्वरीय प्रकाश रूप का दर्शन मनुष्य के अंतकरण में करवाकर देव मनुष्य को उसके भीतर की सार्थकता से परिचित करवा दे। हरि कथा के इस पावन अवसर पर मुख्य रूप में पवन कुमार, दिनेश कुमार, सुरिन्द्र कुमार, जय गोपाल, सुनील कुमार, मुकेश कुमार, अमरीक सिंह, गुरमुख सिंह व अन्य श्रद्धालु मौजूद रहे।