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ऐसे कैसे रुकेगा कोरोना: लापता कोरोना पॉजिटिव मरीज को बिना टेस्ट भेजा घर

राजिदरा अस्पताल में जांच के लिए कोविड केयर सेंटर से लापता हुई पॉजिटिव महिला को सेहत विभाग ने बिना कोरोना जांच और डिस्चार्ज स्लिप के खन्ना स्थित उनके घर भेज दिया। ये आरोप पीड़ित परिवार ने जिला सेहत विभाग पर लगाए हैं। प

By JagranEdited By: Published: Sun, 05 Jul 2020 11:27 PM (IST)Updated: Sun, 05 Jul 2020 11:27 PM (IST)
ऐसे कैसे रुकेगा कोरोना: लापता कोरोना पॉजिटिव मरीज को बिना टेस्ट भेजा घर
ऐसे कैसे रुकेगा कोरोना: लापता कोरोना पॉजिटिव मरीज को बिना टेस्ट भेजा घर

जागरण संवाददाता, पटियाला : राजिदरा अस्पताल में जांच के लिए कोविड केयर सेंटर से लापता हुई पॉजिटिव महिला को सेहत विभाग ने बिना कोरोना जांच और डिस्चार्ज स्लिप के खन्ना स्थित उनके घर भेज दिया। ये आरोप पीड़ित परिवार ने जिला सेहत विभाग पर लगाए हैं। परिवार का आरोप है कि महिला को ढूंढ़ने के लगातार तीन दिन बाद भी वह सिविल सर्जन दफ्तर के चक्कर काटते रहे, लेकिन कोई भी अधिकारी महिला का दोबारा टेस्ट करने को राजी नहीं हुआ। महिला लापता होने दौरान दो दिन तक गुरुद्वारा श्री दुखनिवारण साहिब के बाहर सोती रही इस दौरान अगर वह दोबारा किसी कोरोना पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आ गई हुई तो इसके लिए जिम्मेदार कौन है।

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महिला के नाभा निवासी रिश्तेदार सनमीत सिंह ने बताया कि उनके द्वारा कई बार सेहत विभाग के अधिकारियों के चक्कर काटने के बावजूद महिला का कोविड टेस्ट नहीं हुआ और ना ही उसकी नेगेटिव रिपोर्ट उन्हें मिली है। इस कारण उन्होंने तीन दिन तक महिला को खन्ना लौटने नहीं दिया, लेकिन जब अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की तो उन्होंने महिला को उसके घर लौटा दिया है। उन्होंने कहा कि उनका इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान है और सीजन दौरान पहले भी 15 दिन के लिए कवारंटाइन रहने के कारण उनके बिजनेस का नुक्सान हो चुका है और अब अगर महिला दोबारा कोरोना पॉजिटिव पाई जाती है तो दोबारा क्वारंटाइन किया गया तो उनका सारा सीजन खराब हो गया है। सेहत विभाग की कार्यप्रणाली पर यह सवाल

-- जिस अधिकारी की गलती के कारण महिला लापता हुई उसके खिलाफ कोई एक्शन क्यों नहीं हुआ।

-- गुरुद्वारा दुख निवारण साहिब से महिला मिलने के बाद बिना जांच के सीधे घर क्यों भेजा।

-- कोविड केयर सेंटर और कोरोना वार्ड में पुलिस और अस्पताल सिक्योरिटी तैनात, ऐसे में महिला वहां से कैसे चली गई। .. बेरिकेड से बाहर एम्बुलेंस से उतारने के कारण लापता हुई थी महिला

सिविल सर्जन डॉ हरीश मल्होत्रा ने बताया कि डिस्चार्ज करने के समय कोविड केयर सेंटर से आइसोलेशन में शिफ्ट करने के दौरान एंबुलेंस ड्रावइर ने महिला को कोरोना वार्ड के बाहर लगे बैरिकेड से पहले ही उतार दिया था। महिला भी मानसिक तौर पर परेशान थी जिस कारण वह बिना किसी को कुछ बोले या पूछे वहां से चली गई। बीते रविवार देर रात परिवार ने महिला को ढूंढकर परिवार को सौंप दिया गया है। जिम्मेवार अधिकारी को बचा रहा विभाग : पीड़ित परिवार

लापता महिला के रिश्तेदार सनमीत सिंह ने बताया सेहत विभाग जिम्मेवार अधिकारियों का बचाव करने की कोशिश कर रहा है। इस दौरान एंबुलेंस ड्राइवर को सारी घटना का जिम्मेवार ठहराया जा रहा है। जबकि मामले में जिम्मेवार विभाग के अधिकारी व डॉक्टर भी है, विभाग उनके खिलाफ कार्रवाई करने से बच रहा है। .. समय पूरा होने के कारण नहीं किया टेस्ट : सिविल सर्जन

सिविल सर्जन डॉ हरीश मल्होत्रा ने बताया कि महिला का कोविड केयर सेंटर में समय पूरा हो चुका था। जिसके कारण सरकारी गाइडलाइन अनुसार उसे बिना टेस्ट घर भेज दिया गया था। उन्होंने कहा कि सेहत विभाग महिला का टेस्ट करने को तैयार था लेकिन परिवार ने महिला को उसके घर खन्ना भेज दिया है। इस कारण उसका दोबारा टेस्ट नहीं हो सका। मामले की जांच जारी है, अगर कोई भी अधिकारी इसमें जिम्मेवार पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।


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