निगम ने नाभा गेट अनाज मंडी से हटाए कब्जे
नाभा गेट की पुरानी अनाज मंडी में दुकानदारों द्वारा किए अतिक्रमण पर वीरवार सुबह निगम ने कार्रवाई की।
जागरण संवाददाता, पटियाला : नाभा गेट की पुरानी अनाज मंडी में दुकानदारों द्वारा किए अतिक्रमण पर वीरवार सुबह निगम ने कार्रवाई की। यह कार्रवाई छह घंटे तक चलती रही। इस दौरान निगम ने कुल 20 दुकानों के आगे थड़ों को गिराया। हालांकि इस दौरान कुछ दुकानदारों ने विरोध करना चाहा, पर मौके पर मौजूद मेयर संजीव शर्मा बिट्टू के समझाने पर वे मान गए। मेयर ने कहा कि आबादी बढ़ने के साथ-साथ शहर में वाहनों की संख्या में रिकार्ड इजाफा हो रहा है। 250 साल से अधिक पुराने शहर में इस समय शहरवासियों को नई पार्किंग सुविधा देना संभव नहीं है। इसी कारण पुराने अतिक्रमण को हटाकर सड़कों की चौड़ाई बढ़ाते हुए पार्किंग के नए विकल्प तलाशे जा रहे हैं। नाभा गेट अनाज मंडी को डी-नोटिफाई किए सालों बीत चुके हैं, लेकिन आज तक नाभा गेट अनाज मंडी के दुकानदारों को पुराने समय में दिए गए फड़ की जमीन खाली नहीं करवाई जा सकी। मेयर बिट्टू के अनुसार नाभा गेट अनाज मंडी के 90 फीसद दुकानदार सड़क चौड़ी करने के पक्ष में थे।
निगम के वकील टीएम स्याल ने बताया कि नाभा गेट अनाज मंडी के एक हिस्से में गोयल एंड गोयल हैंडलूम के मालिक कमल गोयल ने अदालत में एक याचिका दायर कर स्टे लिया हुआ था। अदालती आदेशों के चलते निगम अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई नहीं कर पा रहा था। 23 फरवरी 2021 को त्रिपतजोत कौर की अदालत ने अपनी लगाई गई रोक को हटा लिया। इसके तुरंत बाद निगम ने नाभा गेट अनाज मंडी में दुकानदारों द्वारा किए गए अतिक्रमण को हटाने का फैसला ले लिया और वीरवार को उसे अमलीजामा पहना दिया। वीरवार सुबह करीब 10:30 बजे निगम ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की और शाम 4:30 बजे तक पूरी अनाजमंडी रोड को अतिक्रमण मुक्त कर दिया। धार्मिक स्थल की आड़ में किए गए अतिक्रमण पर की कार्रवाई
नाभा गेट अनाज मंडी में स्थित एक धार्मिक स्थल की आड़ में किए गए अतिक्रमण पर भी निगम ने कार्रवाई की। मेयर ने धार्मिक स्थल की कमेटी सदस्यों से बातचीत की और इस दौरान सभी कमेटी सदस्य सड़क तक हुए अतिक्रमण को हटाने पर सहमत हो गए। अतिक्रमण को हटाने के दौरान इलाके के पार्षद राजेश मंडोरा, पार्षद संदीप, नगर निगम के एससी श्याम लाल गुप्ता, एटीपी मनोज कुमार, सुपरिटेंडेंट सुनील मेहता, लैंड ब्रांच के सुपरिंटेंडेंट सुरजीत चीमा, इंस्पेक्टर गुरप्रीत चावला और स्वतंत्र बांसल के अलावा बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद था।