अब जूनियर रेजिडेंट डाक्टर भी चले संघर्ष की राह पर
राजिदरा अस्पताल के जूनियर रेजिडेंट डाक्टर्स ने शनिवार को राजिदरा अस्पताल में रोष मार्च किया।
जागरण संवाददाता, पटियाला : राजिदरा अस्पताल के जूनियर रेजिडेंट डाक्टर्स ने शनिवार को राजिदरा अस्पताल में रोष मार्च किया। उन्होंने आज ओपीडी का बायकाट करते हुए मरीजों का चेकअप नहीं किया है और सोमवार से अपनी हड़ताल जारी रखने का एलान किया है। उनके स्थान पर अब कामकाज अस्पताल के सीनियर रेजिडेंट डाक्टर्स ने संभाला है।
जूनियर रेजिडेंट डाक्टर्स की स्थानीय यूनियन के प्रधान डा. अनिल राविश के साथ डा. विशाल ने बताया कि मेडिकल कालेज में इस समय दो बैच के करीब 300 रेजिडेंट डाक्टर हैं, जबकि मरीजों की संख्या को देखते हुए यहां 450 के करीब डाक्टरों की जरूरत है। 2021 के रेजिडेंट डाक्टर्स के दाखिले का मामला फिलहाल सुप्रीमकोर्ट में फंसा हुआ है। हालत यह हैं कि सीनियर रेजिडेंट्स का बैच अपनी स्टडी करके यहां से जा चुका है। उनके स्थान पर आने वाला 2021 बैच नहीं आया है। ऐसे में 450 जूनियर रेजिडेंट डाक्टर्स के बजाय 300 डाक्टर्स ही काम कर रहे हैं। उन पर मरीजों के इलाज का काफी बोझ है और मरीजों का इलाज भी प्रभावित हो रहा है।
डायरेक्टर रिसर्च एंड मेडिकल एजूकेशन (डीआरएमई) डा. अवनीश. प्रिसिपल डा. हरजिदर सिंह के साथ राजिदरा अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डा. हरनाम सिंह रेखी को मिलकर उन्होंने मांगपत्र सौंपा है। साथ ही कहा है कि जब तक मसला हल नहीं होता तब तक ओपीडी सेवाएं सहित वार्डों में काम नहीं करेंगे।
डायरेक्टर रिसर्च एंड मेडिकल एजूकेशन (डीआरएमई) डा. अवनीश. प्रिसिपल डा. हरजिदर सिंह के साथ राजिदरा अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डा. हरनाम सिंह रेखी को मिलकर उन्होंने मांगपत्र सौंपा है। साथ ही कहा है कि जब तक मसला हल नहीं होता तब तक ओपीडी सेवाएं सहित वार्डों में काम नहीं करेंगे।