जेल वेलफेयर अधिकारी पर परेशान करने का आरोप, याचिका की दायर
पटियाला करप्शन केस में फंसे सेंट्रल जेल पटियाला के पूर्व मुलाजिम रेशम सिंह के मामले को लेकर इन दिनों फिर से जेल सुर्खियों में आ गई है।
प्रेम वर्मा, पटियाला
करप्शन केस में फंसे सेंट्रल जेल पटियाला के पूर्व मुलाजिम रेशम सिंह के मामले को लेकर इन दिनों फिर से जेल सुर्खियों में आ गई है। जेल के वेलफेयर अधिकारी के खिलाफ जिला अदालत में दायर याचिका में गंभीर आरोप लगे हैं। याचिका जेल में बंद कैदी जसविदर सिंह फतेहाबाद हरियाणा के साले गुरसेवक सिंह ने दायर की है। एडवोकेट हिमांशु गिरधर ने एप्लीकेशन दायर करते हुए बताया कि जज लवप्रीत कौर की अदालत में जेल के वेलफेयर अधिकारी जगजीत सिंह के खिलाफ शिकायत दी है। वजह यह है कि रेशम सिंह के केस में समझौता करने के लिए जगजीत सिंह द्वारा दबाव बनाया जा रहा है। यहां तक कि जेल में बंद जसविदर सिंह की बैरक भी बदलते हुए उसे अलग से बंद करके मानसिक परेशान किया जा रहा है। अदालत ने 27 जुलाई को इस मामले में जेल अधिकारियों से रिकॉर्ड तलब करते हुए जवाब मांगा है।
ये है मामला : जसविदर सिंह को थाना सदर पुलिस ने नशा तस्करी के मामले में जनवरी 2019 को गिरफ्तार किया था। उसे दस साल की सजा नशा तस्करी के एक मामले में मिल चुकी है, जबकि दूसरे केस में अभी ट्रायल चल रहा है। गुरसेवक सिंह के अनुसार पूर्व जेल सुपरिंटेंडेंट रिटायर एसपी खन्ना के कार्यकाल के दौरान उनके गनमैन रेशम सिंह को करप्शन केस में त्रिपड़ी पुलिस ने नामजद किया था। इस केस में जसविदर सिंह बतौर गवाह है, क्योंकि उसने आंखों से देखा था कि रेशम सिंह ने जेल के अंदर बंद कैदियों को परिवार द्वारा मिलने वाले पैसों का रिकॉर्ड छेड़छाड़ कर पैसों का गबन किया जाता था। रेशम सिंह द्वारा मांगी गई घूस के कुछ पैसे रिश्तेदार रजिस्टर में एंट्री करके जेल के अंदर देकर आए थे, लेकिन पड़ताल के दौरान यह रिकॉर्ड छेड़ा गया था। ऐसा करते हुए जसविदर सिंह ने रेशम सिंह को देखा था तो उसे गवाह बनाया गया। अब रेशम सिंह को त्रिपड़ी पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई है और उसकी गिरफ्तारी से पहले ही केस को खत्म करने के लिए गवाह जसविदर सिंह पर दबाव बनाया जा रहा है।
प्रेमिका के साथ अफीम ले जाता पकड़ा था जसविदर सिंह
जसविदर सिंह को थाना सदर पटियाला पुलिस ने अकाल एकेडमी के पास नाका लगाकर जनवरी 2019 में पकड़ा था। इन लोगों के पास से 3 किलो 400 ग्राम अफीम मिली थी, जिसे दोनों हरियाणा से पजेरो गाड़ी से पटियाला लेकर आ रहे थे। डिक्की में रखी गई अफीम के साथ तस्करों ने इसे पैक करने और तोलने के सभी साधन रखे थे। इन लोगों से करीब 25 तोले सोना बरामद हुआ था, जिसे गहने के रूप में जसविदर ने पहन रखा था।
ऐसा कोई आरोप सामने नहीं आया है, अदालत में जवाब दे देंगे : संधू
जेल सुपरिंटेंडेंट करनजीत सिंह संधू ने कहा कि जसविदर सिंह उन लोगों में शामिल है, जो जेल के अंदर नशे व फोन का नेटवर्क चलाते हैं। कुछ दिन पहले ही जसविदर को अलग से बैरक में बंद किया है, ताकि जेल का माहौल खराब न हो। इसके बाद ही आरोपित ने फर्जी कहानी बनाकर अदालत में याचिका दी होगी, जिसका जवाब अदालत में दे देंगे। रेशम सिंह वाले केस के साथ वेलफेयर अधिकारी का कोई लेनदेन नहीं है, ऐसा कोई आरोप सामने नहीं आया है। रेशम सिंह केस के साथ मेरा लेनादेना नहीं : जगजीत सिंह
जेल के वेलफेयर अधिकारी जगजीत सिंह ने कहा कि उन पर लगाए सभी आरोप बेबुनियाद हैं। उनका रेशम सिंह केस के साथ लेनादेना नहीं है और न ही वह रेशम सिंह को जानते हैं। उन्हें तो इस केस के बारे में जानकारी तक नहीं है। सोमवार को जेल की डयूटी पर पहुंचने के बाद पड़ताल करूंगा कि उनके खिलाफ यह याचिका दायर क्यों हुई है। उन्होंने किसी पर भी कोई दबाव नहीं बनाया है।