जेल सुपरिंटेंडेंट एमएस टिवाणा को मिला राष्ट्रपति पदक
मन में यदि काम करने की सच्ची लगन हो तो वह हर सफर को तय कर अपनी मंजिल पर पहुंच सकता है।
संसू, नाभा : मन में यदि काम करने की सच्ची लगन हो तो वह हर सफर को तय कर अपनी मंजिल पर पहुंच सकता है। ऐसा ही कुछ पंजाब की एकमात्र ओपन जेल नाभा के सुपरिंटेंडेंट मनजीत सिंह टिवाणा ने कर दिखाया। उन्होंने पंजाब की विभिन्न जेलों में कई ऐसे कार्य किए जिसके बदले उन्हें गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया जाएगा।
दिसंबर 1997 में जेल विभाग में आए मनजीत सिंह टिवाणा ने बताया कि उन्होंने सबसे पहले तब मैक्सीमम सिक्योरटी जेल के नाम से जानी जाती संगरूर की मौजूदा जिला जेल में बतौर सहायक सुपरिंटेंडेंट ज्वाइन किया। टिवाणा ने बताया कि उन्होंने पंजाब की विभिन्न जेलों में सेवाएं निभाते हुए जेलों के सुधार के लिए कई कदम उठाए जिनमें स्वच्छ भारत के तहत जहां नए-नए पार्क स्थापित किए वहीं, कई प्रकार के सुधार व उत्थान के लिए कदम उठाए। इसके लिए उन्हें नौ के करीब कमेंडेशन, एप्रीसिएशन सर्टिफकेट देकर सम्मानित किया जा चुका है। टिवाणा ने कहा कि पुरस्कार उनका हौसला बढ़ाते हैं और उन्हें और भी बढि़या काम करने को प्रेरित करते हैं।