सोने की ईट बेचने के बहाने दोस्त ने साथियों सहित 17.65 लाख लूटे
जलालपुर गांव के नजदीक स्कॉर्पियो सवार चार लोगों ने एक व्यक्ति से पैसों से भरा बैग छीन लिया।
जागरण संवाददाता, पटियाला : थाना सदर इलाके के जलालपुर गांव के नजदीक स्कॉर्पियो सवार चार लोगों ने एक व्यक्ति से पैसों से भरा बैग छीन लिया। इस साजिश में चार आरोपितों के साथ पीड़ित का दोस्त भी मिला हुआ था। पीड़ित को उसका दोस्त सस्ती कीमत पर सोने की ईट दिलाने के बहाने अपने साथ मीटिग करवाने ले गया था। यहां जलालपुर गांव के पास मीटिग के दौरान जब आरोपितों ने बैग में 17.65 लाख रुपये कैश होने का पता चला तो इन लोगों की नीयत खराब हो गई। यह लोग पैसों वाला बैग व सोने की ईट लेकर फरार हो गए। घटना करीब एक महीने पहले की है, जिसकी पड़ताल के बाद केस दर्ज हुआ है। बैग छीने जाने के बाद जब मौके पर पीड़ित व उसका दोस्त अकेले रह गए थ,े तो दोस्त ने दावा किया कि वह उसका पैसा दिलवा देगा। पैसा न मिलने पर पीड़ित बिक्रमजीत सिंह निवासी शेखपुरा पंजाबी यूनिवर्सिटी के बयानों पर दोस्त नवाब रसीद निवासी गंगोह जिला सहारनपुर, उत्तर प्रदेश और चार अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। इसकी पुष्टि करते हुए थाना सदर के इंचार्ज इंस्पेक्टर स्वर्णजीत सिंह ने कहा सीनियर अधिकारियों के निर्देशों पर केस दर्ज हुआ है। थाना लेवल पर इसकी जांच शुरू कर दी है, फिलहाल आरोपितों को गिरफ्तार नहीं किया है। जल्द ही मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर पूरे केस का खुलासा किया जाएगा।
आरोपितों ने ऐसे बुना था जाल
दर्ज केस के अनुसार आरोपित नवाब और पीड़ित विक्रम दोस्त हैं। नवाब ने विक्रम को लालच दिया कि विदेश से मंगवाई सोने की एक ईट सस्ती कीमत पर मिल रही है। ईट बेचने वाले पटियाला में स्पेशल बुलाए जाएंगे, तो विक्रम को लालच आ गया कि सस्ती कीमत पर सोना मिल रहा है। इसे खरीदने के बाद पटियाला में महंगी कीमत पर बेचकर मुनाफा कमा लेगा। विक्रम की सहमति से नवाब ने जलालपुर गांव के नजदीक मीटिग रखी, तय समय पर दोनों जलालपुर पहुंचे। जहां स्कॉर्पियो गाड़ी में करीब चार लोग आए, इन लोगों ने विक्रम के हाथ में ईट पकड़ा दी। विक्रम सोने की ईट चेक करने लगा। उसने आरोपितों को बताया कि वह यह सौदा कैश करेगा और कैश अपने साथ लेकर आया है। यह सुनते ही अचानक गाड़ी सवार चारों लोगों ने बैग और ईट छीनने के बाद गाड़ी भगा ली। मौके पर नवाब और विक्रम रह गए, तो विक्रम ने नवाब को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया। नवाब ने भरोसा दिया कि वह भागने वालों लोगों से संपर्क कर पैसा वापस दिला देगा, लेकिन विक्रम ने पुलिस को शिकायत कर दी। विक्रम को शक था कि नवाब ने उक्त लोगों के साथ मिलकर उसे लूटा है।