प्रस्ताव लागू करने से बेराजगारी में बढ़ावा होगा: मुलाजिम मंच
पटियाला बिजली मुलाजिम एकता मंच ने सरकार की नई आर्थिक नीति में पब्लिक सेक्टर के रोपड़ व लहरा मोहब्बत थर्मल बंद करने के फैसले की निदा की है।
जागरण संवाददाता, पटियाला :
बिजली मुलाजिम एकता मंच ने सरकार की नई आर्थिक नीति में पब्लिक सेक्टर के रोपड़ व लहरा मोहब्बत थर्मल बंद करने के फैसले की निदा की है। मंच ने कहा कि सरकार के योजना आयोग के पूर्व चेयरमैन मोंटेक सिंह आहलुवालिया की अगुवाई में एक ग्रुप कायम किया गया। ग्रुप सदस्यों ने सरकार को सिफारिश करते हुए कहा कि पब्लिक सेक्टर का रोपड़ थर्मल प्लांट अपनी आयु पूरी कर चुका है और लहरा मोहब्बत की आयु दो साल बाकी है। ग्रुप सदस्यों ने दोनों थर्मल की जमीन को पार्को के लिए प्रयोग करने की सिफारिश की है।
मंच के कन्वीनर हरभजन सिंह व महासचिव गुरवेल सिंह और प्रवक्ता मनजीत सिंह चाहल ने कहा कि बिजली बोर्ड को तोड़कर दो कार्पोरेशन बनाई गई। जिससे आम पब्लिक को कोई फायदा नहीं हुआ, क्योंकि प्राइवेट सेक्टर सिर्फ अपने मुनाफे संबंधी सोचता है। उसे आम पब्लिक की परेशानियों के बारे में कुछ लेना नहीं है। मंच ने कहा कि रोपड़ व लहरा मोहब्बत थर्मल प्लांट के मुकाबले प्राइवेट थर्मल प्लाटों ने लोगों को रोजगार मुहैया नहीं करवाए। दूसरी ओर महंगे दाम पर पब्लिक को बिजली दी जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने पहले ही नए मुलाजिमों को केंद्रीय स्केल के तहत वेतन देने के निर्देश जारी किए हैं। मंच ने कहा कि कमेटी की सिफारिश मुलाजिम व किसान विरोधी है, जिसको पंजाब का मेहनतकश वर्ग प्रधान नहीं करेगा।