घर बनाना हुआ महंगा
डीजल व पेट्रोल के बढ़ते दाम के बीच लोगों के लिए घर बनाना महंगा हो गया है।
प्रेम वर्मा, पटियाला
डीजल व पेट्रोल के बढ़ते दाम के बीच लोगों के लिए घर बनाना महंगा हो गया है। नया घर बनवाने जा रहे लोगों को अपनी जेब ज्यादा ढीली करनी पड़ेगी। इसका कारण ये है कि सीमेंट, रेत, ईंट, सरिया से लेकर प्लास्टिक के सभी उत्पादों के दाम 10 रुपये से लेकर पांच सौ रुपये तक बढ़ चुके हैं। जहां उद्योगपति डीजल व पेट्रोल के बढ़ते दाम व किसान आंदोलन की वजह से ये हालात बने बता रहे हैं। वहीं, मजदूर और मिस्त्री महंगाई बढ़ने के कारण दिहाड़ी बढ़ाने का तर्क दे रहे हैं। उद्योगपतियों के अनुसार प्लास्टिक के मैटीरियल के दाम 100 रुपये से 400 रुपये तक बढ़ चुके हैं। वहीं, बिजली के दाम में भी बढ़ोतरी होने से उत्पाद की लागत में काफी बढ़ोतरी हुई है। इसी कारण उन्हें उत्पादों के दाम बढ़ाने पड़ रहे हैं। बाहरी राज्यों की सप्लाई पड़ रही महंगी
उद्योगपति अश्वनी गुप्ता ने कहा कि पटियाला में करीब 60 यूनिटें प्लास्टिक इंडस्ट्री से जुड़ी हुई हैं, जिनकी सप्लाई पंजाब के अलावा दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा व अन्य राज्यों तक होती है। दिल्ली से होने वाली डीलिग किसान आंदोलन के कारण पूरी तरह से प्रभावित है, वहीं अन्य राज्यों में सप्लाई भेजने व कच्चा माल मंगवाने के लिए अधिक कीमतें चुकानी पड़ रही हैं। हर वर्ग बुरी तरह से प्रभावित हुआ
फोकल प्वाइंट इंडस्ट्री एसोसिएशन के प्रधान रोहित बांसल ने कहा कि पिछले एक महीने के दौरान महंगाई ने हर वर्ग को बुरी तरह से प्रभावित किया है। सरकार को महंगाई कम करने के लिए इंकम टैक्स या अन्य टैक्स में राहत देनी चाहिए ताकि संतुलन बना रहे। कच्चा माल, पीतल, कापर, प्लास्टिक सहित सभी उत्पादों के दाम बढ़ रहे हैं, जिससे इंडस्ट्री सेक्टर व आम पब्लिक की हालत बिगड़ रही है। कंपनी की कीमतें बढ़ रही हैं
कारोबारी जैपाल गर्ग ने कहा कि रेत, बजरी की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। ईंटों के दाम एक बार बढ़ने के बाद कम हुए थे लेकिन एक बार फिर से दाम बढ़े हैं। सीमेंट के रेट कंपनी की तरफ से 370 से अधिक हो चुके हैं। हम अभी ग्राहकों से 360 रुपये प्रति बैग के वसूल रहे हैं। लेकिन ये ज्यादा देर तक नहीं चला सकेंगे। हमें भी घाटा हो रहा है। महंगाई ने कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट प्रभावित किए
लोहा कारोबारी नरेश कुमार गोयल ने कहा कि बाजार के अनुसार कीमतें पिछले समय के मुकाबले बढ़ी हैं। कंस्ट्रक्शन मैटीरियल महंगा होने से प्रोजेक्ट प्रभावित हुए हैं और आम जनता भी इससे प्रभावित है। अपना आशियाना बनाने के लिए लोगों को अब बजट से थोड़ा ज्यादा खर्च करना पड़ेगा।
प्रोडक्ट -- जनवरी में कीमत -- फरवरी में कीमत
प्लास्टिक रा मटीरियल 100 रुपये 140 रुपये
बिजली पाइप (नार्मल) 25 रुपये 35 रुपये
हैवी पाइप 40 रुपये 45 रुपये
ईंट 4500 रुपये सैकड़ा 52- 5400 रुपये सैकड़ा
सीमेंट 345 रुपये बैग 360 रुपये बैग
रेत 24 रुपये प्रति फीट 35 रुपये प्रति फीट
बजरी 22 रुपये प्रति फीट 32 रुपये प्रति फीट
सरिया 62 रुपये प्रति किलो 72 रुपये प्रति किलो
पीतल प्रोडक्ट 350 रुपये किलो 450 रुपये प्रति किलो
सीलिग फैन 600 रुपये 1700 रुपये
मजदूर 400 रुपये दिहाड़ी 500 रुपये
मिस्त्री 700 रुपये दिहाड़ी 800 रुपये दिहाड़ी
किराया खर्च 1000 रुपये 1300 रुपये