किसान बोले- बोनस दे सरकार, नहीं तो जलाएंगे पराली
पटियाला पराली जलाने के कारण किसानों पर दर्ज मामलों का विरोध जता कर किसान नेताओं ने कहा कि सरकार चाहती है।
जेएनएन, नाभा (पटियाला) : पराली जलाने के कारण किसानों पर दर्ज मामलों का विरोध जता कर किसान नेताओं ने कहा कि सरकार चाहती है कि किसान पराली न जलाएं तो हर साल 200 रुपये क्विंटल बोनस दिया जाए। गोवंश के कारण खराब हो रही फसलों को बचाने के लिए गोधन को गोशाला और सांडों को दूर भेजा जाए।
भारतीय किसान यूनियन राजेवाल ने सोमवार को एसडीएम कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर सरकार के समक्ष अपनी मांगें रखी।
ब्लॉक प्रधान अवतार सिंह कैदूपुर के नेतृत्व में मांगों को लेकर धरना देकर प्रदर्शन किया गया। इस दौरान यूनियन के राज्य प्रधान बलवीर सिंह राजेवाल ने कहा कि सरकार मौजूदा मंडी सिस्टम को तोड़ने में लगी हुई है, जिसे किसान कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने कहा की यदि एमएसपी तय करने व सरकारी खरीद करने से भागती है तो पंजाब के किसान समेत यहां की लेबर और समूचा बाजार डूब जाएगा, लोगों की खरीद शक्ति समाप्त हो जाएगी, जोकि देश के लिए खतरनाक साबित होगा।
वरिष्ठ उपप्रधान नेक सिंह खोख ने कहा की पराली को जलाने के बहाने किसानों पर दहशत फैलाने के लिए पर्चे व जुर्माने किए जा रहे हैं। जिसकी किसान कड़ी निदा करते हैं, यदि सरकार ने पर्चे वापस नहीं लिए तो वह लोग सरकार के साथ कोई सहयोग नहीं करेंगे।
बेसहारा पशुओं पर सचिव घुम्मण सिंह राजगढ़ ने कहा कि आस्था की प्रतीक देसी गायों को नजदीकी गोशालाओं में भेजने का इंतजाम किया जाए। वहीं, विदेशी नस्ल के सांडों को पहले की तरह राज्य से बाहर भेजने की अनुमति दी जाए। निरंजन सिंह दोहला ने कहा की फसलों के दाम डॉ. स्वामीनाथन रिपोर्ट के आधार पर दिए जाएं, तेल बीज, सरों, सूरजमुखी, मक्की, नरमा व दालों को सहायक कीमत पर खरीदने का प्रबंध किया जाए। इस दौरान यूनियन ने सरकार के नाम एक मांगपत्र एसडीएम सूबा सिंह को सौंपा। इस अवसर पर कोषाध्यक्ष गुलजार सिंह, जगजीत सिंह मोहलगवारा, लाभ सिंह दित्तूपुर, हरदीप सिंह उपस्थित थे।