भारत बंद का जिले में दिखा पूर्ण असर, बाजार रहे बंद
संयुक्त किसान मोर्चे की भारत बंद की कॉल के मद्देनजर सीएम सिटी में सभी मुख्य बाजार सुबह छह बजे से लेकर शाम छह बजे तक पूर्ण तौर पर बंद रहे।
पटियाला : संयुक्त किसान मोर्चे की भारत बंद की कॉल के मद्देनजर सीएम सिटी में सभी मुख्य बाजार सुबह छह बजे से लेकर शाम छह बजे तक पूर्ण तौर पर बंद रहे। बंद के दौरान शहर में स्थित केमिस्ट की दुकानें बंद थी लेकिन टीबी अस्पताल व राजिदरा अस्पताल के नजदीक केमिस्ट शाप खुली रहीं। जिले में छह जगहों पर किसानों ने धरना दिया था। इनमें राजपुरा रोड स्थित गांव धरेड़ी जट्टां, जौड़ियां सड़कां चीका रोड, सरहिद रोड स्थित गांव बारन, नाभा रोहटी पुल, समाना नहर वाला पुल, पातड़ां शतुराना रोड पर धरना देकर रोष प्रदर्शन किया गया। इसके अलावा किसानों ने धबलान स्थित रेलवे लाइन पर धरना देकर प्रदर्शन किया। पेश है जागरण टीम की रिपोर्ट। व्यापारियों ने अनारदाना चौक पर धरना दिया
पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल की अगुआई में शहर के विभिन्न व्यापारी व दुकानदारों ने एकत्रित होकर यहां अनारदाना चौक पर धरना दिया। इस दौरान व्यापारियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की। मंडल प्रधान राकेश गुप्ता ने कहा कि किसानों द्वारा जब भी संघर्ष का ऐलान किया जाएगा, व्यापारी वर्ग पूरा समर्थन देगा। इस दौरान अशोक, भगत सिंह, अतुल जोशी, अमरिदर बजाज, कुंदन गोगिया, कौंसलर रविदर टोनी, संजीव शर्मा,भूपेश त्रिवाड़ी, रिची डकाला, कुलविदर लवली, रजिदर शर्मा, नंद लाल गोराबा, भगवान दास चावला, लेख राज, राकेश जैन अग्रवाल, संजीव जैन, नरेश सिगला, राजन सिगला, सुखमजीत अहुजा, हरजिदर सिंह के अलावा विभिन्न व्यापारी मौजूद रहे। संघर्ष अगले दिन में और तेज होने की संभावना
भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां के जिला प्रधान मनजीत सिंह न्याल ने कहा कि अगर केंद्र सरकार ने किसानों की मांग पर तीन कृषि कानून को रद नहीं किया तो किसान जत्थेबंदियों का संघर्ष अगले दिनों में और ज्यादा बड़ा हो सकता है। न्याल ने कहा कि पिछले चार महीने से किसान दिल्ली के बाडरों पर धरने पर बैठे हुए हैं पर केंद्र सरकार किसानों की मांगें पूरी करने को तैयार नहीं। जिसके चलते किसानों में केंद्र के प्रति रोष बढ़ता जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसान यूनियन द्वारा जिला की विभिन्न जगहों पर धरना देकर केंद्र के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया गया है। पीआरटीसी से संबंधित तीन जत्थेबंदियों ने बस सेवा रखी ठप
पीआरटीसी से संबंधित एटक, सीटू व रिटायर्ड वर्कर्ज भाईचारा एटक द्वारा सुबह छह बजे ही बस स्टैंड का मुख्य गेट बंद कर दिया गया। इस दौरान पीआरटीसी की बस सर्विस पूर्ण तौर पर ठप रही। बस स्टैंड के मुख्य गेट के आगे मुलाजिमों ने धरना देकर केंद्र सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन कर नारेबाजी की। जानकारी बताते है कि पीआरटीसी को करीब एक करोड़ रुपये के आसपास का नुक्सान उठाना पड़ा। इस दौरान मुलाजिम नेता गुरविदर गोल्डी, तरसेम सिंह व उत्तम सिंह बागड़ी ने कहा कि जत्थेबंदियां हमेशा ही संयुक्त किसान मोर्चे के साथ खड़ी है और आगे भी खड़ी रहेगी। फतेहगढ़ साहिब में किसानों ने सेना की गाड़ियां भी रोकीं
संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से ऐलान किया गया था कि बंद के दौरान एंबुलेंस व सेना की गाड़ियों को कोई रोक-टोक नहीं होगी। लेकिन सरहिद जीटी रोड पर धरने के दौरान किसानों ने देश के जवानों से धक्केशाही की। अंबाला से लुधियाना जिप्सी में जा रहे सेना के अधिकारी को आगे नहीं जाने दिया गया। लुधियाना से अंबाला जा रही सेना की गाड़ी भी धरनास्थल पर ही रोककर रखी गई। सैन्य अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों से कई बार निवेदन किया। लेकिन वे नहीं माने और बोले कि किसी को नहीं जाने देंगे।
बस स्टैंड पर लोग हुए परेशान
वीरवार को यहां पटियाला में रिश्तेदारी में आया था। आज घर जाने के लिए बस स्टैंड पहुंचा तो पता चला बस स्टैंड बंद है और कोई बस नहीं जाएगी। अब प्राइवेट टैक्सी लेकर घर जाना पड़ेगा।
अभिषक, निवासी भादसों दिल्ली जाना था, पर बस स्टैंड पहुंचकर पता चला कि पीआरटीसी की बस सेवा बंद है। पीआरटीसी को अपनी बस सेवा पब्लिक के लिए जारी रखनी चाहिए थी। अब वापस दोस्त के घर जाना पड़ रहा है।
प्रदीप कुमार, निवासी दिल्ली यहां अपने ससुराल किसी काम से आया था, पर लौटने के लिए बस नहीं मिली। आटो वाले ने भी राजपुरा जाने से यह कहकर इन्कार कर दिया कि आगे हाईवे पर किसानों का धरना चल रहा है।
अशोक कुमार, निवासी राजपुरा