जागरण संवाददाता, पटियाला : पंजाबी यूनिवर्सिटी नान टीचिग कर्मचारी एसोसिएशन ने वीरवार को भी मुख्य गेट के आगे सुबह नौ बजे से धरना जारी रखा। हालांकि इस दौरान मुख्य गेट को खुला रखा गया था, बावजूद इसके सभी मुलाजिम धरने में शामिल रहे। दोपहर साढ़े 12 बजे मुलाजिम यहां से उठकर रजिस्ट्रार दफ्तर के आगे धरने पर बैठ गए। शाम चार बजे तक मुलाजिमों ने रजिस्ट्रार दफ्तर के आगे धरना देकर रोष प्रदर्शन किया।
इस बारे में पंजाबी यूनिवर्सिटी नान टीचिग कर्मचारी एसोसिएशन के प्रधान राजिदर राजू ने कहा कि मुलाजिमों में यूनिवर्सिटी प्रशासन के प्रति रोष है कि यूनिर्सिटी प्रशासन ने न तो मुलाजिमों को निकालने का फैसला वापस लिया व न ही धरने पर बैठे मुलाजिमों की मांग सुनने आए। राजू ने कहा कि जब तक यूनिवर्सिटी प्रशासन फैसला रद नहीं करता, धरना ऐसे ही रजिस्ट्रार दफ्तर के आगे जारी रहेगा। राजू ने कहा कि हर महीने मुलाजिमों को अपनी सैलरी लेने के लिए यूनिवर्सिटी में धरना प्रदर्शन करना पड़ता है। वित्तीय संकट इतना ज्यादा गंभीर होता जा रहा है कि यूनिवर्सिटी के पास अपने ही स्टाफ को सैलरी तक जारी करने के लिए पैसे नहीं है। तीन मुलाजिमों को नौकरी से निकालने पर भड़के मुलाजिम
पंजाबी यूनिवर्सिटी ने दो एडहाक व एक आउटसोर्सिंग पर काम करने वाले मुलाजिम को नौकरी से निकाल दिया है। यूनिवर्सिटी के इस फैसले के खिलाफ मुलाजिम भड़क उठे हैं। यही कारण है कि पिछले दो दिन से यूनिवर्सिटी में मुलाजिम धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। मुलाजिम नेता गुरिदरपाल सिंह बब्बी ने कहा कि यूनिवर्सिटी का यह फैसला मुलाजिम विरोधी है।
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