एंटीक फर्नीचर से संबंधित लोगों पर यूनिवर्सिटी ने नहीं की कार्रवाई: संधू
एंटीक फर्नीचर को बिना टेंडर व बोली के बेचने के मामले पर यूनिवर्सिटी ने कोई कार्रवाई नहीं की।
जागरण संवाददाता, पटियाला : एंटीक फर्नीचर को बिना टेंडर व बोली के बेचने के मामले पर यूनिवर्सिटी ने कोई कार्रवाई नहीं की। यह बात सेकुलर यूथ फेडरेशन आफ इंडिया सैफी के पूर्व प्रधान हरविदर संधू ने प्रेसवार्ता में कही। संधू ने कहा कि सभ्याचार मामले व पुरालेखा विभाग ने यूनिवर्सिटी को 28 अप्रैल 2014 को पत्र भेजकर एंटीक फर्नीचर की जरूरत के बारे में कहा। उसके बाद यूनिवर्सिटी ने एंटीक फर्नीचर बेचने के लिए 30 मई 2014 को दो अखबारों में टेंडर आमंत्रित किए। टेंडर 12 जून 2014 को खुलने थे, पर यूनिवर्सिटी ने इससे पहले ही बिना टेंडर व बोली के यह एंटीक फर्नीचर 70 हजार रुपये में बेच दिया। संधू ने बताया कि सभ्याचार मामले व पुरालेखा विभाग में डाली आरटीआइ के जवाब में पता चला कि विभाग के पास सात लाइब्रेरी टेबल, 69 कुर्सियां, 110 बेंच और दो अलमारियां हैं। संधू ने कहा कि यह सारा एंटीक सामान यूनिवर्सिटी का ही है। संधू ने कहा कि यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इस मामले में शामिल लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की, जबकि मामले की इंक्वायरी रिपोर्ट मौजूदा कार्यकारी वीसी के पास भी पहुंच चुकी है। इस दौरान संधू ने कार्यकारी वीसी से इस मामले में शामिल व्यक्तियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की।