फीलखाना स्कूल के मिड-डे-मील घोटाले में तीन शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस
सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल फीलखाना में मिड-डे-मील घोटाले के मामले को उजागर करने वाले तीन अध्यापकों को शिक्षा विभाग ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
जागरण संवाददाता, पटियाला : सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल फीलखाना में मिड-डे-मील घोटाले के मामले को उजागर करने वाले तीन अध्यापकों को शिक्षा विभाग ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। वीरवार को शिक्षा विभाग द्वारा जारी किए नोटिस में कहा गया है कि शिक्षकों ने अनियमितताओं के बारे में उच्च अधिकारियों को सूचित करने के बजाय सीधे मीडिया को स्कूल बुलाया, जिससे विभाग का नाम खराब हुआ है। दूसरी ओर शिक्षकों ने दावा किया कि उन्होंने पहले शिक्षा सचिव और शिक्षा मंत्री सहित उच्च अधिकारियों को सूचित किया था, लेकिन उन्होंने इस मामले को नजरअंदाज कर दिया। शिक्षकों का दावा है कि शिक्षा विभाग की तरफ से आरोपित अधिकारी को बचाने के लिए राजनीतिक शह पर उन्हें नोटिस जारी किए जा रहे हैं।
बता दें कि साल 2020 में स्कूल के कुछ अध्यापकों द्वारा स्कूल के ही एक अधिकारी के खिलाफ मिड-डे-मील में घोटाला करने का मामला मीडिया के सामने लाया गया था। जिसके बाद उक्त आरोपित अधिकारी को विभाग ने सस्पेंड करके दूसरे जिले में भेज दिया था। उक्त मामले में जहां विभाग द्वारा मामले की जांच जारी है, वहीं दूसरी ओर मामले की शिकायत विभाग के पास करने के बजाय सीधे मीडिया में जाकर विभाग की छवि बिगाड़ने के मामले में स्कूल के तीन अध्यापकों को नोटिस जारी किया गया है।
इस मामले के जांच अधिकारी आइपीएस मल्होत्रा ने कहा कि प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के आधार पर स्कूल के प्रिसिपल को निलंबित कर दिया गया था। हालांकि, अभी भी नियमित जांच लंबित है, लेकिन वह स्कूल के प्रिसिपल को बहाल करने के निर्णय पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकते।