'रक्षा' पर भी कोरोना का 'बंधन', इस बार बहनें इन 28 देशों में ही भेज सकेंगी राखी, पहले जाती थी 104 देशों में
कोरोना वायरस संक्रमण के कारण डाक विभाग इस बार भारत से 28 देशों में ही राखी की डिलीवरी करेगा। पहले राखी 104 देशों में भेजी जा सकती थी।
पटियाला [सुरेश कामरा]। कोरोना वायरस (Coronavirus Covid19) से रक्षा के लिए 'रक्षा सूत्र' पर भी बंधन लग गया है। यह बंधन है इस बार विदेश में रह रहे भाइयों को राखी भेजने पर। हालांकि पिछले साल तक 104 देशों में राखी भेजी जा सकती थी, लेकिन इस पर डाक विभाग यह सुविधा केवल 28 देशों के लिए ही उपलब्ध करवा रहा है। इस वर्ष रक्षाबंधन 3 अगस्त को है।
विदेश में रह रहे भाइयों के लिए राखी के अलावा गिफ्ट या फिर शगुन की अन्य सामग्री भेजने के लिए डाक विभाग ने दो तरह की सेवाएं प्रदान की हैैं। यह हैैं- एक्सप्रेस मेल सर्विस (ईएमएस) स्पीड पोस्ट और इंटरनेशनल ट्रैक पैकेट्स सर्विस (आइटीपीएस)। डाक विभाग की मंडल अधिकारी आरती वर्मा बताती हैं कि कोरोना काल से पहले 104 देशों में राखी भेजी जाती रही है। अब इन सभी देशों के लिए राखी भेजना मुश्किल है। फिर भी डाक विभाग ने 28 देशों के साथ करार करके राखी पहुंचाने की व्यवस्था की है।
इन देशों में जाएंगी राखी
स्पीड पोस्ट के जरिए : आस्ट्रिया, बहरीन, बांग्ला देश, बेल्जियम, भूटान, कनाडा, डेनमार्क, फिनलैंड, फ्रांस, जर्मनी, हंगरी, इटली, मैक्सिको, नीदरलैंड, नार्वे, ओमान, फिलीपींस, सउदी अरब, स्वीडन, स्विट्जरलैंड, यूएई, यूके, यूक्रेन, यूएसए व वियतनाम।
आइटीपीएस के जरिए : भूटान, फिलीपींस, वियतनाम।
शनिवार, रविवार को भी वितरित की जाएगी राखी
विदेश में राखी भेजना जहां इस पर सीमित होगा वहीं डाक विभाग ने कोशिश की है कि देश में राखी वितरण निर्बाध रहे। इस बार शनिवार एक अगस्त व रविवार दो अगस्त को भी राखी बांटी जाएगी।
वाटरप्रूफ विशेष लिफाफे तैयार
डाक विभाग ने इस बार राखी को बरसात से बचाने के लिए वाटरप्रूफ लिफाफे तैयार किए हैैं। एक लिफाफा पांच रुपये का है।
लिफाफे पर जरूर लिखें 'राखी'
डाक विभाग ने सलाह दी है कि लिफाफे पर 'राखी' जरूर लिख दें, ताकि विभाग कर्मचारी उक्त डाक को प्राथमिकता से पहुंचा सकें। विदेश को भेजे जाने वाली राखी के पैकेज देखकर भी इससे कोई संशय नहीं होगा।