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जिला शिक्षा अधिकारियों से मिला डीटीएफ

डेमोक्रेटिक टीचर्ज फ्रंट का प्रतिनिधिमंडल जिला शिक्षा अधिकारियों से मिला।

By JagranEdited By: Published: Thu, 25 Jul 2019 01:13 AM (IST)Updated: Thu, 25 Jul 2019 01:13 AM (IST)
जिला शिक्षा अधिकारियों से मिला डीटीएफ
जिला शिक्षा अधिकारियों से मिला डीटीएफ

जेएनएन, पटियाला : डेमोक्रेटिक टीचर्ज फ्रंट (डीटीएफ) पंजाब की पटियाला इकाई का वफद की तरफ से जिला प्रधान अतिदरपाल सिंह घग्गा, सूबा समिति मेंबर विक्रम सेव सिंह, जिला सचिव अमनदीप सिंह और वित्त सचिव दविदर पाल पातड़ां की सांझे नेतृत्व में जिला शिक्षा अ़फसर (सेकेंडरी शिक्षा) कुलभूषण सिंह बाजवा और जिला शिक्षा अफसर (प्राइमरी शिक्षा) अमरजीत सिंह के साथ अध्यापकों को पेश आ रही मुश्किलों संबंधित मुलाकात की।

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डीटीएफ की तरफ से जिला शिक्षा आधिकारियों के साथ ब्लॉकों के पुनर्गठन के कारण प्राथमिक अध्यापकों को पेश आ रही समस्याएं, ब्लाक शिक्षा दफ्तरों की तरफ से स्कूलों में किताबें पहुंचाने की अपनी जिम्मेदारी को निभाने की जगह अध्यापकों की परेशानी, जिले के प्राइमरी अध्यापकों की सीनियारता सूची को संशोधित, बदली नीति अधीन चल रही प्रक्रिया के दौरान सभी खाली स्टेशन न जनतक होने, एसएसए से शिक्षा विभांग में रेगुलर हुए अध्यापकों की समस्याएं, ईजीएस, एआईई, एसटीआर वालंटियर अध्यापकों और शिक्षा प्रोवाइडर अध्यापकों को छुट्टियां लेने पर उंच्च शिक्षा की परवानगी लेने में आ रही मुश्किले संबंधित बातचीत की गई। जिला परिषद से शिक्षा विभाग में शिफ्ट हुए प्राइमरी अध्यापकों के जिला परिषद से सीपीएफ और वेतन के बकाए जारी करवाने की मांग भी रखी गई। जिले में पिछले सालों के दौरान नये अपग्रेड हुए अलग अलग हाई और सेकेंडरी स्कूलों में पोस्टों की सैक्शन न आने कारण अध्यापकों की कमी करके विद्यार्थियों की पढ़ाई के हो रहे नुक्सान से भी आधिकारियों को अवगत करवाया गया। जिला शिक्षा अधिकारियों ने डीटीएफ के वफद की तरफ से रखे मसलों का जल्द योग्य हल निकालने का भरोसा दिया।

इसके बाद डीटीएफ की जिला समिति ने जिला प्रधान अतिदर पाल के नेतृत्व में जत्थेबंदी की मीटिग भी की और केंद्र सरकार की तरफ से नई शिक्षा नीति के ड्राफ्ट के द्वारा शिक्षा पर निजीकरण, भगवाकरण और केंद्रीयकरण का हल्ला बोलने की स़ख्त शब्दों में निदा की और जल्द इस विषय पर जागरूकता मुहिम शुरु करने का फैसला किया गया। नेशनल पेंशन प्रणाली को हटाने और पुरानी पेंशन प्रणाली को बहाल करवाने के लिए पुरानी पेंशन प्राप्ति फ्रंट, पंजाब के गठन होने का स्वागत किया गया और पुरानी पेंशन की प्राप्ति के लिए यतनों का हिस्सा बनने का एलान भी किया गया।

इस मौके परमवीर सिंह, राम शरण, हरिदर सिंह, राम शरण नाभा, जगतार राम, राजिदर समाना, करमिदर सिंह, जगपाल सिंह चाहल, सतनाम सिंह, गुरजीत घग्गा, राजकुमार समाना, सुखवीर सिंह, मैडम सोनी, मैडम जैकी, परंमिदर सिंह नाभा, सतपाल सिंह, दविदर सिंह, गुरमीत सिंह आदि मौजूद रहे।


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