जलस्त्रोत विभाग के पुनर्गठन के विरोध में किया प्रदर्शन
पंजाब सुबॉर्डिनेट सर्विस फेडरेशन और द क्लास फोर्थ गवर्नमेंट इंप्लाइज यूनियन पंजाब के आह्वान पर जलस्त्रोत विभाग के पुनर्गठन का विरोध विभाग के सर्कल मंडल दफ्तर के आगे किया।
जेएनएन, पटियाला : पंजाब सुबॉर्डिनेट सर्विस फेडरेशन और द क्लास फोर्थ गवर्नमेंट इंप्लाइज यूनियन पंजाब के आह्वान पर जलस्त्रोत विभाग के पुनर्गठन का विरोध विभाग के सर्कल, मंडल दफ्तर के आगे किया। इस दौरान सिचाई मंत्री समेत पुनर्गठन समिति के अधिकारियों की अर्थियां जलाई गई। मुलाजिम नेताओं सज्जन सिंह, दर्शन सिंह लुंबाना, जगदीश सिंह चहल, रणजीत सिंह राणवा और बलकार सिंह ने रैलियों के नेतृत्व किया। उन्होंने नेताओं कहा कि सरकार मुलाजिमों का मांगों से ध्यान हटाने के लिए विरोधी फैसले ले रही है। जल स्त्रोत विभाग के पुनर्गठन से पहले न तो सरकार ने और न ही विभाग के अधिकारियों ने मुलाजिमो संगठनों का पक्ष सुना और एक तरफा फैसला थोप दिया। पुनर्गठन समय विभाग के करीब 24 हजार पदों को घटाकर 15606 कर दिया गया। करीब 301 क्लर्कों के पद खत्म कर दिए गए।
सूबा प्रधान दर्शन सिंह लुंबाना ने विभाग की 90 प्रतिशत पुरानी पदों को खत्म किया गया है और सरपल्स हुए कर्मचारियों को कहां भेजा जाएगा। भूख हड़ताल के चौथे दिन मेघराज, अवतार सिंह थे। इस मौके पर बलजिदर सिंह, दीप चंद हंस, जगमोहन नोलक्खा, सूरज पाल यादव, गुरदर्शन सिंह, काका सिंह, प्रीतम चंद ठाकुर, बलबीर सिंह, कुलदीप सकराली, निर्मल सिंह, केसर सिंह सैनी, बुटा सिंह रंधावा, कुलदीप सिंह रायवाल, राम प्रसाद सहोता, रत्न सिंह, कुलविदर सिंह मौजूद रहे।