10वीं और 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों की फीस माफ करने की मांग
डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट पंजाब ने डीसी के माध्यम से मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह के नाम मांगपत्र सौंपा है।
जागरण संवाददाता, पटियाला : डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट पंजाब ने डिप्टी कमिश्नर पटियाला के माध्यम से मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह के नाम मांगपत्र सौंपा है। फ्रंट ने मांग की है कि दसवीं और बारहवीं कक्षाओं के विद्यार्थियों से शिक्षा बोर्ड की तरफ से वसूली जा रही फीसें कोरोना संकट के मद्देनजर माफ की जाएं। जिला प्रधान अतिदरपाल घग्गा और प्रदेश के सीनियर उप प्रधान विक्रम देव सिंह की अगुआई में जत्थेबंदी के नेताओं ने डीसी पटियाला को बताया कि कोविड-19 के दौरान लंबे समय के लिए लगाए लाकडाउन के कारण पंजाब के लोगों का बड़े स्तर पर आर्थिक नुकसान हुआ है। इसको देखते हुए दसवीं और बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की तरफ से सेशन 2020 -21 के लिए लागू की भारी फीसों को पूरी तरह माफ किया जाए और ली जा चुकी फीस को रिफंड किया जाए। एकेडेमिक सेशन के दौरान कोविड -19 के कारण पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की ज्यादातर लिखित और प्रैक्टिकल परीक्षाएं रद हो गई थीं और पेपर चेकिग भी नहीं हुई। इस कारण बोर्ड को उत्तरपुस्तिकाओं और ट्रांसपोर्ट के खर्च किए समेत अन्य सामग्री की बचत हुई है। इसके अलावा पेपर चेकिग और पेपर ड्यूटी की अदायगी और सर्टिफिकेटों की छपाई भी नहीं हुई।
फ्रंट के नेताओं ने कहा कि बोर्ड दफ्तर की बड़ी संख्या में असामियां खत्म करके पिछले कई सालों से ज्यादातर काम का भार अध्यापकों पर डालने और परीक्षा निगरानी आदि की ड्यूटी बदले कोई अदायगी न होने के कारण खर्च सीमित कर दिया गया है। इसलिए पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड को पिछले पांच सालों दौरान हुई आमदनी, खर्च और पंजाब सरकार की तरफ से बकाया प्राप्त ग्रांटों का हिसाब व्हाइट पेपर के रूप में सार्वजनिक किया जाना चाहिए। इसी के साथ बकाया ग्रांट तुरंत जारी की जाए। इस मौके डीएमएफ के नेता गुरजीत घग्गा, हरिदर सिंह, गुरप्रीत सिंह नाभा, रामशरन, दविदर सिंह, विक्रमजीत सिंह अलुणा, सोनी पटियाला, सुखबीर सिंह, रणधीर सिंह, गुरजंट सिंह उपस्थित थे।