जिले में पहुंची कोवाशील्ड की 11,080 डोज, कल से वैक्सीनेशन शुरू
ोरोना मुक्त पटियाला के लिए सेहत विभाग पूरी तरह से तैयार है।
जागरण संवाददाता, पटियाला : कोरोना मुक्त पटियाला के लिए सेहत विभाग पूरी तरह से तैयार है। कोरोना के खिलाफ अंतिम जंग लड़ने के लिए वीरवार को जिले में कोरोना वैक्सीन 'कोवाशील्ड' की 11,080 डोज सिविल सर्जन कार्यालय पहुंच गई। 16 तारीख से वैक्सीनेशन शुरू हो जाएगा। पहले फेज में हेल्थ वर्करों को वैक्सीन लगेगी। जिले में कुल 15 जगहों पर टीके लगाए जाएंगे। इनमें 12 सरकारी अस्पताल और तीन प्राइवेट अस्पताल हैं। हालांकि पहले दिन जिले के तीन जगह माता कौशल्या अस्पताल, राजिदरा अस्पताल और सद्भावना अस्पताल में टीकाकरण शुरू किया जाएगा। टीकाकरण लगवाने के लिए संबंधित लोगों को पहले एसएमएस द्वारा टीका लगवाने की जगह के बारे में संदेश भेजा जाएगा।
सिविल सर्जन डा सतिदर सिंह ने कहा कि पूरी पुलिस सुरक्षा के बीच वैक्सीन को चंडीगढ़ के मेन स्टोर से लाकर जिला स्तर के कोल्ड चेन स्टोर में रखा गया है। जल्द ही इसे जिले के सिविल अस्पतालों और कम्युनिटी सेहत केंद्रों में बनाए कोल्ड चेन सेंटर्स में शिफ्ट करवाया जाएगा। जहां से इसको लाभार्थियों तक पहुंचाने के लिए वैक्सीन सेक्शन पर भेजी जाएगी। उन्होंने बताया कि वैक्सीन की सुरक्षा के लिए कुल 16 टीमें गठित की गई हैं। जिले में भी 8716 के लगभग लाभार्थियों के लिए वैक्सीन के लिए 48 कोल्ड चेन स्थान निर्धारित किए गए हैं। इनमें 229 (एएनएम) टीका लगाने की प्रक्रिया पूरा करेंगी।
जिले में 34 वैक्सीनेशन प्वाइंट्स पर होगा टीकाकरण
डा. सतिदर सिंह ने बताया कि सेहत स्टाफ के टीकाकरण का काम सुचारू ढंग के साथ चलाने के लिए जिले के माता कौशल्या अस्पताल, राजिदरा अस्पताल, सब डिविजन अस्पताल, कम्युनिटी सेहत केंद्रों और चुनिदा प्राइवेट अस्पतालों में 34 वैक्सीनेशन प्वाइंट्स बनाए गए हैं। हर टीकाकरण प्वाइंट पर एक दिन में 100 रजिस्टर्ड सेहत कर्मियों का टीकाकरण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को पहला टीका लगने के बाद दूसरा टीका 28 दिनों के समय पर लगाया जाएगा। इन पड़ावों में होगा टीकाकरण
पहले पड़ाव : 8716 निजी और सरकारी क्षेत्र के स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया जाएगा।
दूसरा पड़ाव : फ्रंटलाइन वर्कर
तीसरा पड़ाव : 50 साल से अधिक उम्र और गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों को टीका लगेगा। अफवाहों से न डरें, टीका बिल्कुल सुरक्षित : सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डा. सतिदर सिंह ने कहा कि यह टीका बिल्कुल सुरक्षित है और इस वैक्सीन का कोई दुष्प्रभाव नहीं है। फिर भी किसी किस्म का दुष्प्रभाव होने पर हर तरह की तैयारियां जिला सेहत विभाग की तरफ से जा चुकी हैं। उन्होंने शहरवासियों से अफवाहों और दुष्प्रभाव से दूर रहने की सलाह दी। ये हैं पांच पड़ाव
1. पहला पड़ाव
-वैक्सीन लगवाने वाले लाभार्थी का नाम चेक होगा कि वाकयी व्यक्ति सही है।
2. दूसरा पड़ाव
-सुरक्षा कर्मचारी चेकिग करेगा कि उसके पास कोई आपत्तिजनक सामग्री तो नहीं।
3. तीसरा पड़ाव
-पहचान के लिए पोर्टल पर फीड डाटा के मुताबिक पुष्टि होगी। दतस्तावेज जांचे जाएंगे।
4. चौथा पड़ाव
-सब कुछ क्लियर होने पर लाभार्थी को वैक्सीन लगाई जाएगी।
5. पांचवां पड़ाव
-आधा घंटा इंतजार करना होगा। रिएक्शन होने पर उचित इलाज होगा। न होने पर घर भेज दिया जाएगा। वैक्सीन के प्रतिकूल प्रभाव क्या है?
- वैक्सीन सेफ है। हल्का बुखार या फिर इंजेक्शन वाली जगह पर दर्द हो सकता है। यह सामान्य बात है, घबराएं नहीं।
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कैंसर, बीपी या शुगर के मरीज को वैक्सीन लगवानी चाहिए?
- बिल्कुल लगवानी चाहिए। इन मरीजों के लिए तो वैक्सीन बेहद जरूरी है।
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कोरोना को मात दे चुके लोगों को वैक्सीन लगवानी चाहिए?
- कोरोना से ठीक हो चुके लोगों को भी वैक्सीन लगवानी चाहिए। वैक्सीन लगाने से शरीर में प्रतिरोधक क्षमता तैयार होगी।
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वैक्सीन कितनी बार लगानी होगी और इसका क्या शेडयूल होगा?
- वैक्सीन की दो डोज लगाई जा रही है। दूसरी डोज 21 से 28 दिन के बाद दी जाएगी।
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क्या कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद भी मास्क पहना होगा?
- वैक्सीन लगाने के बाद भी मास्क पहनना, फिजिकल डिस्टेंसिग और सैनिटाइजेशन जैसे गाइडलाइन का पालन करना होगा।
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कोराना संदिग्ध या कोरोना संक्रमित वैक्सीन लगवा सकते हैं?
- कोरोना संक्रमित स्वस्थ ठीक होने के बाद 14 दिन बाद ही वैक्सीन लगवाएं।
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क्या वैक्सीन सभी के लिए अनिवार्य है?
- नहीं, अनिवार्य तो नहीं हैं। वैक्सीन लगवाना लोगों की इच्छा पर होगा।
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क्या वैक्सीन कोरोना संक्रमित कर सकती है?
- बिलकुल भी नहीं। वैक्सीन बचाव के लिए बनाई है।
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क्या वैक्सीन लेने से डीएनए में बदलाव आता है?
- यह केवल अफवाह है। कोई बदलाव नहीं आता है।