एफसीआइ खत्म कर निजी हाथों में देना चाह रही सरकार : नवजोत सिद्धू
पूर्व निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि केंद्र सरकार भारतीय खाद्य निगम (एफसीआइ) को खत्म करके अमीर घरानो के हवाले करने की तैयारी में है।
जागरण संवाददाता, पटियाला : पूर्व निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि केंद्र सरकार भारतीय खाद्य निगम (एफसीआइ) को खत्म करके अमीर घरानो के हवाले करने की तैयारी में है। मौजूदा सरकार के कार्यकाल के दौरान एफसीआइ का कर्ज इसकी पुष्टि करता है। एफसीआइ पर पिछले 50 साल में 91 हजार 400 करोड़ कर्ज था, जबकि भाजपा सरकार बनने के बाद यानि 2014 से अब तक एफसीआइ पर चार लाख करोड़ रुपये का कर्ज हो गया है। साफ है कि एफसीआइ को कर्ज के नीचे दबाकर खत्म किया जा रहा है।
सिद्धू आज पटियाला में अपने घर पर पहुंचे थे। उन्होंने कृषि कानूनों के खिलाफ किसानी संघर्ष को डटकर समर्थन देने और आने वाले समय में केंद्र की तरफ से देश के हालात और भी बुरे करने की बात कही। सिद्धू ने कहा कि एफसीआइ के लिए सरकार फंड जारी नहीं कर रही। अब अमीर कारपोरेट घरानों को मदद पहुंचाने की मंशा से एफसीआइ को खत्म किया जा रहा है। सिद्धू ने कहा कि एनडीए की सरकार देश में गरीबों की सुध लेने की बजाय खास अमीर लोगों को और अमीर करने की स्कीमों में लगी हुई है। शांता कुमार समिति के सवाल पर सिद्धू ने कहा कि सिर्फ एक ही घराने के हक में फैसले किए गए हैं।
सिद्धू ने कहा कि वे हमेशा पंजाब के लोगों की आवाज सुनते हैं, दिल्ली में चल रहे संघर्ष हर जातपात, धर्म और पार्टी से पर उठकर है। वह भी संघर्ष का समर्थन करते हैं। सिद्धू ने कहा कि पहले बहुत बंद कमरों में बातें हुई परंतु अब सभी बातें खुलकर होंगी। जो मुझे पंजाब से दूर करे उसके साथ कभी नहीं खड़े हो सकते। इसके चलते ही पत्नी ने पद छोड़ा था। एक सवाल के जवाब में नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि उन्होंने किसी भी चुनाव में अपने न पोस्टर लगाए और न ही स्टेज लगाई है। उन्होंने सिर्फ लोगों के दिलों में जगह बनाई है। उन्होंने कहा कि सिद्धू के भविष्य की बात नहीं पंजाब की बात है पर फैसला लोग ही करेंगे।