मुश्किल की घड़ी में सिविल अस्पताल का ब्लड बैंक खाली
सिविल अस्पताल पठानकोट का ब्लड बैंक मुश्किल के दौर में भी खाली पड़ा है।
संवाद सहयोगी, पठानकोट : सिविल अस्पताल पठानकोट का ब्लड बैंक मुश्किल के दौर में भी खाली पड़ा है। अस्पताल प्रबंधन एक तरफ कोरोना को लेकर यहां चौकसी बरत रहा है, वहीं दूसरी ओर ब्लक बैंक को भी अनदेखा कर रहा है। कर्फ्यू लगने के पहले से ही ब्लड बैंक खाली हो चुका है। अस्पताल प्रबंधन इस मुश्किल की घड़ी में भी रक्त की कमी का कोई पुख्ता प्रबंध नहीं कर पा रहा। अगर कोई बड़ी इमरजेंसी होती है तो अस्पताल प्रबंधन हाथ खड़े करते समय देर नहीं लगाएगा और रैफर करना ही एकमात्र विकल्प होगा। हालांकि कोरोना को लेकर सेहत विभाग अलर्ट हुआ पड़ा है पर ब्लड की कमी अस्पताल में हो गई है।
सिविल अस्पताल के ब्लॅड बैंक में जब लोग रक्त प्राप्त करने के लिए पहुंचते है तो उन्हें वहां पहुंचते ही बताया जाता है कि ब्लड बैंक में ब्लक खत्म हो चुका है। खून की कमी के चलते रोजाना 20 के करीब लोग खाली हाथ लौट रहे हैं। ए, बी, ओ पॉजिटिव व एबी, बी, ओ नेगेटिव हुए खत्म
ब्लड बैंक में इतनी बड़ी कमी पहले नहीं हुई थी जितनी इस समय पाई जा रही है। अस्पताल के ब्लड बैंक में ए, बी,ओ पॉजिटिव व एबी, बी, ओ नेगेटिव सभी ग्रुप धीरे-धीरे करते खत्म हो चुके है। इमरजेंसी के लिए सिर्फ 20 यूनिट इमरजेंसी के लिए रह गए है। अब ब्लड बैंक समाजसेवी संस्थाएं के सहारे रह गया है। इमरजेंसी में संस्थाएं ही सिविल अस्पताल का सहारा
ब्लड बैंक के इंचार्ज डॉ. माधवी ने कहा कि अस्पताल में रोजाना 50 के करीब लोग रक्त लेने आते थे और इसी के कारण रक्त की भारी मात्रा में कमी चल रही है। कर्फ्यू के कारण कोई डोनर भी नहीं आ रहा और न ही कोई ब्लॅड डोनेट कैंप लग रहा है। जैसे ही कर्फ्यू खत्म होगा समाजसेवी संस्थाओं के साथ मिलकर कैंप लगाकर रक्त की कमी पूरी कर ली जाएगी।