मायूस भाजपाइयों ने इंटरनेट मीडिया पर दी नेताओं को आजाद लड़ने की सलाह
पंजाब लोक कांग्रेस (पीएलसी) व भारतीय जनता पार्टी सहित अकाली दल (संयुक्त) के गठबंधन ने अब तक 117 में से 6
जागरण संवाददाता, पटियाला : पंजाब लोक कांग्रेस (पीएलसी) व भारतीय जनता पार्टी सहित अकाली दल (संयुक्त) के गठबंधन ने अब तक 117 में से 68 सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए हैं, लेकिन भाजपा की झोली में पटियाला जिले की आठ सीटों में से एक भी सीट नहीं आई है। हालांकि अभी चार सीटों की घोषणा बाकी लेकिन फिर भी भाजपाई काडर में असमंजस है।
आज पीएलसी द्वारा घोषित सीटों में से भाजपा को सीटें मिलने की उम्मीद थी, लेकिन घोषणा के बाद भाजपा के वर्कर व नेता मायूस नजर आ रहे हैं। इसी संदर्भ में आज इंटरनेट मीडिया (फेसबुक) में पटियाला से संबंधित भाजपा वर्कर पोस्टें डालकर अपनी राय बयां कर रहे हैं जिसमें वे पटियाला दो से चुनाव लड़ने के इच्छुक नेताओं को अपनी राय दे रहे हैं कि वे आजाद प्रत्याशी के तौर पर मैदान में आएं। जिन्हें सलाह दी जा रही है उनमें मुख्य तौर पर भूपेश अग्रवाल, गुरतेज सिंह ढिल्लों सहित गुरजीत सिंह कोहली का नाम है। भाजपा वर्कर उक्त तीनों नेताओं को सलाह दे रहे हैं कि पटियाला-एक व दो की सीट भाजपा से छीनी गई है इसलिए उन्हें आजाद लड़ना चाहिए। भूपेश अग्रवाल को उनके पिता शंभू प्रसाद का भी हवाला दिया गया है कि उनके पिता ने भाजपा के लिए काफी काम किया है, लेकिन फिर भी पार्टी ने उनकी अनदेखी की है। वे पहले पटियाला एक हलका व बाद में पटियाला दो हलका से लड़ने के इच्छुक रहे हैं। फिलहाल दोनों ही सीटें पीएलसी की झोली में चली गई हैं।
भाजपा के वर्कर दबी जुबान में भी कह रहे हैं कि वे पहले कांग्रेस का विरोध करते रहे हैं अब वही कांग्रेस के ही वर्कर व नेता पीएलसी के साथ हैं तो अब पार्टी हाईकमान के कहने पर उनका साथ देना होगा। यह तो मौकापरस्त राजनीति है। वहीं, इस संबंध में भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता व पटियाला दो हलके से चुनाव लड़ने की तैयारी में लगे रहे भूपेश अग्रवाल ने कहा कि वे पार्टी के फैसले का स्वागत करते हैं और वे पार्टी के खिलाफ कोई काम नहीं करेंगे।