पंजाब में एक्यूआइ में हुआ सुधरा, लेकिन सेहत के लिए अब भी हानिकारक
पंजाब में वायु प्रदूषण की हालत में सुधार हुआ है और एयर क्वालिटी इंडेक्स में काफी सुधार हुआ है। इसके बावजूद यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
पटियाला, जेएनएन। पंजाब के प्रमुख शहरों में पहले की अपेक्षा एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) में सुधार हुआ है, लेकिन तय मानकों के मुताबिक यह अब भी सेहत के लिए हानिकारक है। राज्य में सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर एक बार फिर सीएम सिटी पटियाला है। पटियाला में औसतन एक्यूआइ 216 और अधिकतम 305 रिकॉर्ड किया गया। मंडी गोङ्क्षबदगढ़ का एक्यूआइ 205 दर्ज किया गया।
पटियाला में औसतन एक्यूआइ 216 व अधिकतम 305 दर्ज किया गया
पंजाब पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (पीपीसीबी) के अधिकारियों का मानना है कि अधिक ओस पडऩे और हवा की गति काफी कम होने से एक्यूआइ में गिरावट दर्ज की जा रही है। अगले कुछ दिनों में राज्य के एक्यूआइ में और ज्यादा सुधार आने का अनुमान है।
शहर एक्यूआइ (औसतन) एक्यूआइ (अधिकतम)
बठिंडा 170 309
जालंधर 173 227
लुधियाना 175 242
मंडी गोबिंदगढ़ 205 327
पटियाला 216 305
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बारिश के बाद पराली के धुएं से मिली राहत
बठिंडा, मानसा, फाजिल्का सहित मालवा के कई जिलों में बारिश के कारण जहां लोगों को पराली के धुएं से राहत मिली, वहीं अनाज मंडी में किसानों को परेशानी हुई। हालांकि मंडी में 95 फीसद किसानों की धान बिक चुकी है।
पराली को आग लगाने पर 13 किसानों पर केस दर्ज
पराली जलाने पर फरीदकोट के गांव ढिलवां कलां के दस व श्री मुक्तसर साहिब के दो किसानों पर केस दर्ज किया गया है। वहीं लुधियाना के थाना पीएयू पुलिस ने गांव मलकपुर में खेत में पराली को आग लगाने पर गांव झमट निवासी सुखपाल सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया है। फिरोजपुर, फाजिल्का, मानसा व बठिंडा में पराली जलाने को लेकर कोई नया केस नहीं दर्ज किया गया।