ओपीडी में रोजाना आने वाले 500 मरीजों की नहीं हो रही थर्मल स्क्रीनिग, संक्रमण का खतरा
पटियाला राजिदरा अस्पताल में एक के बाद एक स्टाफ सदस्य कोरोना पॉजिटिव आने के बाद कोरोना चेन बन रही है और अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट और डिप्टी मेडिकल सुपरिटेंडेंट को भी क्वारंटाइन किया जा चुका है। बावजूद इसके अस्पताल में आने वाले मरीजों के कोरोना के प्रति बरती जाने वाली सावधानी और सरकार की गाइडलाइंस को नजरअंदाज किया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, पटियाला : राजिदरा अस्पताल में एक के बाद एक स्टाफ सदस्य कोरोना पॉजिटिव आने के बाद कोरोना चेन बन रही है और अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट और डिप्टी मेडिकल सुपरिटेंडेंट को भी क्वारंटाइन किया जा चुका है। बावजूद इसके अस्पताल में आने वाले मरीजों के कोरोना के प्रति बरती जाने वाली सावधानी और सरकार की गाइडलाइंस को नजरअंदाज किया जा रहा है। आलम यह है कि ओपीडी में आने वाले रोजाना करीब 500 मरीजों की थर्मल स्क्रीनिग नहीं हो रही। कारण है कि करीब दो दिन से ओपीडी में मौजूद इंफ्रारेड थर्मामीटर खराब है और ओपीडी में आने वाले मरीजों के तापमान की जांच के बिना ही उन्हें अंदर जाने दिया जा रहा। रियल्टी चेक के दौरान कर्मचारी बोला नहीं है थर्मामीटर
जागरण टीम ने मंगलवार को जब ओपीडी का रियल्टी चेक किया तो देखा कि ओपीडी के गेट पर एक कर्मचारी तो मौजूद है, लेकिन वह ओपीडी में आने वाले मरीजों को सैनिटाइजर देकर केवल उनके हाथ सैनिटाइज करवा रहा है। कर्मचारी से पूछने पर जवाब मिला कि किसी खराबी के कारण फिलहाल थर्मामीटर नहीं है। जिस कारण केवल सैनिटाइजर से ओपीडी में आने वाला हर व्यक्ति के हाथ सैनिटाइज करवाए जा रहे हैं। 500 मरीजों के रोज संक्रमित होने का खतरा
ओपीडी में रोजाना करीब 500 मरीज जांच के लिए आते हैं। मंगलवार को भी 496 मरीज ओपीडी में आए, लेकिन एक भी मरीज की अस्पताल प्रशासन द्वारा थर्मल स्क्रीनिग नहीं की। जिससे खतरा और भी बढ़ जाता है। वहीं, फ्लू कॉर्नर पर तो अभी तक इंफ्रारेड थर्मामीटर मुहैया करवाए ही नहीं जा सके।
(कोट्स)
शायद थर्मामीटर के सेल खत्म हो गए होंगे : एमएस
मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. पारस पांडव से संपर्क किया, तो उन्होंने अजब जवाब देते हुए कहा कि शायद थर्मामीटर के सैल खत्म हो गए हों। फिलहाल उन्हें क्वारंटाइन किया गया है तो इस संबंधी जानकारी नहीं है। लेकिन मामले का पता करवाकर अगर समस्या हुई तो उसे जल्द हल करवाएंगे।