सेहत विभाग से दर्जा चार कर्मचारियों की बैठक 23 को, हड़ताल स्थगित
राजिंदरा अस्पताल की इंप्लाइज वेलफेयर ज्वाइंट एक्शन कमेटी ने शुक्रवार को मांगों को लेकर राजिदरा अस्पताल से लेकर बस स्टैंड तक रोष मार्च किया और पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
जागरण संवाददाता पटियाला : राजिंदरा अस्पताल की इंप्लाइज वेलफेयर ज्वाइंट एक्शन कमेटी ने शुक्रवार को मांगों को लेकर राजिदरा अस्पताल से लेकर बस स्टैंड तक रोष मार्च किया और पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। मार्च में शामिल मेडिकल कालेज, डेंटल कालेज एवं आयुर्वेदिक कालेज के दर्जा चार मुलाजिम नेता स्वर्ण सिह व रामकिशन ने कहा कि उनकी मांगों में कच्चे कर्मचारियों को पक्का करना, आउटसोर्स कर्मचारियों को मिनिमम वेज कम से कम 9800 देना, तरस के आधार पर रुके हुए मामलों का निपटारा करना, विभागीय सर्विस रूल्स को नोटिफाई करवाना, दर्जा चार से क्लर्क एवं लैब अटेंडेंट प्रमोट करना, मार्च 2019 में रेगुलर किए कर्मचारियों को बिना शर्त पूरा स्केल देना, नई रेगुलर भर्ती विभागीय तौर पर करना, लैब अटेंडेंट को ब्रिज कोर्स करवा कर प्रमोट करना, टेक्निकल कर्मचारी को 2400 ग्रेड पे देना, डिप्लोमा होल्डर डीआए को रेडियोग्राफर प्रमोट करना जैसी मांगें काफी समय से नहीं मानी जा रहीं। शुक्रवार सुबह अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट आफिस के सामने रैली की। उसके बाद सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए भी राजिदरा असपताल से लेकर बस स्टैंड तक मार्च किया। रामकिशन व स्वर्ण सिंह बंगा ने बताया कि 23 नवंबर को उन्हें डीआरएमई डा. अवनीश कुमार ने सेहत विभाग के सचिव के साथ बैठक के लिए बुलाया है, जिसके कारण फिलहाल उन्होंने काम छोड़ हड़ताल करने का फैसला स्थगित कर दिया है। इससे पहले भी लगातार अपनी मांगों को लेकर उनके साथ बात करते आ रहे थे लेकिन उनकी मांगों को दरकिनार किया जा रहा था। नेताओं ने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगें नहीं मानीं तो बैठक के बाद वे एक बार फिर संघर्ष तेज करेंगे। रैली में मुकेश कुमार, नरेंद्र कुमार, अमन, बलजिदर सिंह, कुलविदर सिंह, सुरेंद्र दुग्गल एवं रेनू के साथ काफी संख्या में दर्जा चार मुलाजिम मौजूद रहे।