सेना में भर्ती के लिए फर्जी सर्टिफिकेट देने वाले 22 आरोपित गिरफ्तार
करीब पांच महीने पहले संगरूर रोड स्थित आर्मी एरिया में हुई खुली भर्ती के दौरान कुछ उम्मीदवारों ने अपनी फर्जी सर्टीफिकेट लगाते हुए भर्ती होने की कोशिश की। आर्मी अधिकारियों ने उक्त उम्मीदवारों के सर्टीफिकेट व अन्य दस्तावेजों की चै¨कग की करीब 14 उम्मीदवारों के दस्तावेज फर्जी पाए गए। यह सभी आरोपित संगरूर निवासी हैं
जागरण संवाददाता, पटियाला
सेना में भर्ती के लिए 22 युवकों द्वारा जाली सर्टिफिकेट देने का मामला सामने आया है। इस बारे में उक्त युवाओं ने पांच माह पहले संगरूर रोड स्थित आर्मी एरिया में हुई खुली भर्ती के दौरान फर्जी सर्टिफिकेट लगाते हुए भर्ती होने की कोशिश की। यह पर्दाफाश आर्मी अधिकारियों द्वारा उक्त उम्मीदवारों के सर्टिफिकेट व अन्य दस्तावेजों की चे¨कग में हुआ। इसके बाद भर्ती सेल के डायरेक्टर कर्नल अनिल कुमार की शिकायत पर थाना सिविल लाइन पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें काबू कर लिया है।
उक्त युवाओं में से 14 आरोपितों की पहचान गुरप्रीत ¨सह निवासी खनौरी संगरूर, मंजीत ¨सह निवासी जिला संगरूर, सोनू निवासी गांव करौदा संगरूर, जसवीर ¨सह निवासी दिड़बा संगरूर, सूरज मल ¨सह निवासी संगरूर, ¨रकू ¨सह निवासी संगरूर, मंजीत ¨सह निवासी गांव गंडुआ संगरूर, संजय ¨सह निवासी गांव करौदा संगरूर, सुनील निवासी गांव करौदा निवासी संगरूर, बल¨वदर ¨सह निवासी सलेमगढ़ संगरूर, नरेश ¨सह निवासी गांव अणदाना मूणक संगरूर, राजू ¨सह निवासी गांव बंगा संगरूर, राज ¨सह निवासी गांव बंगा व सुख¨जदर ¨सह निवासी खनौरी संगरूर के रूप में हुई है।
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पड़ताल शुरू होते ही आठ अन्य उम्मीदवार भी पकड़े
इस बारे में मामले के जांच अधिकारी एवं चौकी न्यू अफसर कॉलोनी के इंचार्ज एएसआइ करनैल ¨सह ने बताया कि जब केस की पड़ताल शुरू की, तो आठ अन्य उम्मीदवारों को भी काबू किया गया है। इन आठ में गुरसेवक सिंह निवासी बुर्ज राठी मानसा, गुरप्रीत सिंह निवासी खनौरी, शटी सिंह निवासी सेखोवास लहरागागा, बिककर सिंह निवासी दराका तपा बरनाला, सतवीर सिंह निवासी रेतगढ़ संगरूर, कुलविंदर सिंह निवासी सोंधा फतेहगढ़ साहिब, अमृतपाल सिंह निवासी बीबीपुर फतेहगढ़ साहिब व महावीर निवासी फूलक गाव मूनक शामिल हैं। इन्हें भी वीरवार को गिरफ्तार करने के बाद जेल भेज दिया गया है। जानकारी के अनुसार उक्त सभी आरोपितों ने अपने दस्तावेजों में आधार कार्ड व पढ़ाई के सर्टिफिकेट लगाए थे। इन दस्तावेजों को स्कैन करने के बाद उम्र कम दिखाई हुई थी, ताकि फौज में भर्ती हो सकें। जांच अधिकारी के अनुसार फर्जी सर्टिफिकेट तैयार करने वालों की तलाश की जा रही है, ताकि उसे भी गिरफ्तार किया जा सके। इन सभी आरोपितों ने प्लान बनाने के बाद फर्जी सर्टिफिकेट बनवाए थे।