एक बजे तक हड़ताल पर रहे पावरकाम कर्मी, दोपहर बाद काम पर लौटे, सुबह हड़ताल के चलते बिल जमा कराने आए लोगों को पेश आई परेशानियां
कर्मचारियों के हड़ताल के कारण सुबह बिल व दफ्तरी काम करवाने आए लोगों को भारी परेशानियां पेश आई। हालांकि एक बजे के बाद कर्मी दोबारा कर्मचारियों के दोबारा काम पर लौट आने से लोगों के थोड़े बहुत काम हुए।
जागरण संवाददाता, पठानकोट: मांगों को लेकर मंगलवार से दोबारा हड़ताल पर बैठे पावरकाम कर्मी वीरवार को भी आधा दिन धरने पर डटे रहे। कर्मचारियों के हड़ताल के कारण सुबह बिल व दफ्तरी काम करवाने आए लोगों को भारी परेशानियां पेश आई। हालांकि, एक बजे के बाद कर्मी दोबारा कर्मचारियों के दोबारा काम पर लौट आने से लोगों के थोड़े बहुत काम हुए। ज्वाइंट फोर्म के पदाधिकारी युवराज सिंह व कमल सिंह ने कहा कि सरकार ने उनकी ग्रेड की मानी गई मांग का सर्कुलर जारी कर दिया है। जिसके बाद वह हाईकमान के निर्देशानुसार काम पर लौट आए है। लेकिन, उनके द्वारा ली गई सामूहिक छुट्टी को मानने का सर्कुलर जारी न किया तो वह अगले हफ्ते दोबारा हड़ताल पर जाने का फैसला ले सकते हैं।
उपभोक्ताओं ने रोया दुखड़ा
पावरकाम कार्यालय में बिजली बिल जमा करवाने सीनियर सिटीजन बैंक कालोनी निवासी सुभाष सैनी, आनंदपुर निवासी मनमोहन लाल, राजिद्र निवासी राज कुमार सैनी आदि, उत्तम सिंह रामनगर ने कहा कि वह सीनियर सिटीजन हैं। दो दिन पहले पता चला था कि कर्मचारियों ने हड़ताल समाप्त कर दी है और कामकाज शुरु हो गया है। लेकिन, आज वह बिल जमा करवाने आए हैं तो पता चला है कि फिर से हड़ताल हो गई है। बिजली बिल से लेकर कार्यालय में कोई काम नहीं हो रहा।इसी प्रकार दुकानदार चंदन व वरुण आदि ने कहा कि वह बड़ी मुश्किल से समय निकाल कर अपना बिल जमा करवाने के लिए आए है परंतु कर्मचारी हड़ताल पर है। कहा कि वह अपनी समस्या लेकर पहले एसडीओ व बाद में एक्सईएन के पास गए परंतु किसी ने भी उनकी समस्या का समाधान नहीं किया। जिस कारण वह मजबूर होकर बिना बिल जमा करवाए वापिस जा रहे हैं। कहा कि कर्मचारियों ने हड़ताल करनी है कोई बात नहीं कम से कम बिजली के बिल तो प्राप्त कर ले ताकि लोगों को जुर्माना तो न भरना पड़े।बिल जमा करवाने आए राजेश कुमार व नीटा निवासी जगतपुर ने कहा कि वह अपना पुराना बकाया माफ करवाने के लिए फाइल भरने आए थे परंतु कर्मचारियों के हड़ताल पर होने के कारण उनका काम नहीं हो पाया।
इस संबंधी पावरकाम सिटी डिवीजन के एक्सईएन गगनदीप भास्कर का कहना है कि वह सुबह समय पर ही कार्यालय में आ गए थे, लेकिन एसडीओ को छोड़ कर बाकी सारा स्टाफ अपने-अपने कार्यालय बंद करके हड़ताल पर चला गया है।ऐसे में वह क्या कर सकते हैं। बिजली बिल जमा करवाने से लेकर कार्यालयों के काम तो कलेरिक्ल स्टाफ ने ही करना होता है। उनके द्वारा भरी गई फाइलें व प्रोजेक्ट उनके पास आते हैं जिस पर वह आगे कोई कार्रवाई करते हैं।कहा कि दोपहर बाद कर्मी काम पर लौट आए थे जिसके बाद रुटीन का काम शुरु हो गया है।